आगरा नगर निगम में सफाई कर्मचारियों ने तालाबंदी कर किया उग्र प्रदर्शन, कहा – ‘हिटलरशाही आदेश वापस लो’

स्थानीय समाचार

आगरा: सफाई कर्मचारियों की समय में बदलाव किए जाने से आक्रोशित सफाई कर्मचारियों ने उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के बैनर तले आगरा नगर निगम में उग्र प्रदर्शन किया। आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने निगम के कार्यालय में तालाबंदी की और से नगर निगम के मुख्य द्वार पर धरना देकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। कर्मचारियों के प्रदर्शन की सूचना पर नगर आयुक्त निखिल टीकाराम फुंडे प्रदर्शनकारी कर्मचारियों से मिलने पहुंचे। इस पर सफाई कर्मचारियों ने नगर आयुक्त निखिल टीकाराम को ज्ञापन दिया और सफाई के समय में हुए बदलाव को पिछले समय पर किए जाने की मांग उठाई।

उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों का कहना था कि वर्चुअल मीटिंग के दौरान नगर विकास मंत्री ने एक हिटलर शाही आदेश जारी कर दिया। इस आदेश के अनुसार सफाई कर्मचारी को अब सुबह 5 बजे अपने कार्य पर पहुंचना होगा जो कि महिलाओं के लिए असंभव है। सफाई कर्मचारी महिलाएं अपने घर का कार्य करने के बाद सुबह लगभग 7 बजे अपने कार्य क्षेत्र में पहुंचती थी और सफाई करती थी लेकिन अब वह कैसे अपने घर को संभालेंगे और क्षेत्र में सफाई करेंगी।

सफाई कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि नगर विकास मंत्री का यह हिटलर शाही फरमान वाल्मीकि समाज को और पीछे करना चाहता है। जब सफाई कर्मचारी महिलाएं सुबह 5 बजे कार्यक्षेत्र में होंगी तो उन्हें अपने घर से 4 बजे निकलना होगा। ऐसे में वह अपने बच्चों को कैसे स्कूल भेजेंगे और उन्हें शिक्षित कैसे बनाएंगे। कुछ सफाई कर्मचारियों ने तो नगर विकास मंत्री पर आरोप भी लगा दिया कि वह वाल्मीकि समाज को अशिक्षित बनाना चाहते हैं। समाज का बच्चा शिक्षित न बने इसलिए इस तरह का फरमान जारी किया है।

उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों का कहना है कि नगर विकास मंत्री, स्थानीय प्रशासन और सरकार ने जल्द ही उनकी मांगों पर विचार नहीं किया और समय में बदलाव नहीं किया तो सभी सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे और उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे। इससे शहर की सफाई व्यवस्था भी बेपटरी होगी जिसका जिम्मेदार यह सरकार होगी।