भारत को एयर डिफेंस सिस्‍टम की डिलीवरी तय समय पर ही होगी: रूस

National

अभी जबकि भारतीय वायुसेना को बस एक ही रेजीमेंट मिली है, इस शक्तिशाली सिस्‍टम को पश्चिमी मोर्चे पर पाकिस्‍तान के खिलाफ तैनात किया जा चुका है। इसकी दूसरी रेजीमेंट को पूर्वी मोर्चे पर चीन के खिलाफ तैनात किया जाएगा। हवाई और समुद्री रास्‍ते से इस सिस्‍टम के उपकरण रूस से भारत आए थे। ये सिस्‍टम लो लेवल पर दुश्‍मन के टारगेट को तो तबाह कर ही सकता है साथ ही हाई लेवल पर भी दुश्‍मन बच नहीं सकता।

इसके अलावा ये एक साथ कई मिसाइलों का ऐसा घेरा बना लेता है जिसे बचकर टारगेट का निकलना बहुत मुश्किल है। एयर डिफेंस सिस्‍टम 92N6E इलेक्‍ट्रॉनिक रडार से लैस है। इसकी वजह से इसे ब्‍लॉक यानी जाम करना बहुत मुश्किल है। ये एयर डिफेंस सस्टिम दुश्‍मन के एयरक्राफ्ट, बैलेस्टिक मिसाइल और अर्ली वॉर्निंग सिस्‍टम को नष्‍ट कर सकता है। साथ ही इसकी रेंज 40 किलोमीटर से लेकर 400 किमी तक है।

-एजेंसी