अभिनेत्री रिचा चड्ढा ने गलवान के संदर्भ में सेना पर दिए गए अपने बयान को लेकर माफ़ी मांग ली है.
उन्होंने ट्वीट किया, “मेरा ये इरादा कभी नहीं हो सकता फिर भी विवाद में घसीटे गए उन तीन शब्दों ने अगर किसी को दुख पहुंचाया हो तो मैं माफ़ी मांगती हूं और ये भी कहूंगी कि मेरे शब्दों ने अगर गै़र इरादतन भी फौज में मेरे भाइयों के अंदर ये भावना पैदा की हो तो मुझे बहुत दुख होगा.”
”वो फौज जिसमें मेरे अपने नानाजी ने अहम भूमिका निभाई थी. लेफ़्टिनेंट कर्नल रहते हुए उन्हें 1960 के भारत-चीन युद्ध में अपने पैर पर गोली खाई. मेरे मामजी एक पैराट्रूपर थे. ये मेरे खून में है.”
रिचा ने कहा, “जब एक बेटा हम जैसे लोगों से मिलकर बने इस देश की सुरक्षा करते हुए शहीद या घायल भी होता है तो पूरे परिवार पर इसका असर पड़ता है और निजी तौर पर जानती हूं कि ये कैसा महसूस होता है. ये मेरे लिए एक भावुक मसला है.”
इससे पहले अभिनेत्री रिचा चड्ढा भारतीय सेना पर दिए अपने एक बयान को लेकर विवादों में घिर गई.
उन्होंने भारतीय सैन्य अधिकारी के पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर को लेकर दिए गए बयान पर टिप्पणी की थी जिसका काफ़ी विरोध हो रहा है.
भारतीय सेना की उत्तरी कमांड के कमांडिंग-इन-चीफ़ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्वेदी ने कहा था कि जब भी भारत सरकार आदेश देगी, सेना ”पीओके” पर कार्रवाई करने के लिए तैयार है.
सैन्य अधिकारी के बयान को एक अन्य ट्वीटर यूज़र ‘बाबा बनारस’ ने ट्विटर किया था जिस पर रिचा चड्ढा ने कहा था, ”गलवान सेज़ हाय (गलवान याद करें)”
इसके बाद उन पर गलवान घाटी की घटना याद दिलाकर सेना की क्षमता पर सवाल उठाने का आरोप लग रहा है.
Compiled: up18 News