आगरा: सोमवार को दहतोर निवासियों के लिए राहत भरी खबर आई। यह खबर उन लोगों के लिए राहत भरी थी, जिनके मकानों को एडीए तोड़ने के नोटिस जारी कर चुका था और इन मकानों को बचाने के लिए ग्रामीणवासी आंदोलनरत थे। इतना ही नही ग्रामीण एडीए के साथ दो-दो हाथ करने को भी तैयार थे लेकिन भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद राजकुमार चाहर के हस्तक्षेप के बाद यह मामला शांति से निपट गया है। अब देहतोरा निवासियों के मकान नहीं तोड़े जाएंगे। यह खबर देहतोरा वासियों के चेहरे पर खुशी लेकर आई।
आगरा कमिश्नर के साथ हुई बैठक में हुआ फैसला
भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद राजकुमार चाहर एडीए पर धरना दे रहे दहतोरा निवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि आगरा कमिश्नर अमित गुप्ता और आवास विकास प्राधिकरण केबीसी राजेंद्र पैंसिया के साथ उनकी बैठक हुई है। इस बैठक में तय हुआ है कि दहतोरा में जो लगभग 480 मकान तोड़ने का नोटिस जारी किया गया था, अब उन मकानों को तोड़ा नहीं जाएगा लेकिन जहां व्यवसायिक गतिविधियां हो रही होंगी, वहां की जिम्मेदारी उनकी किसी भी प्रकार से नहीं होगी। लेकिन यह तय किया गरीबों के आशियाने पर एडीए का बुलडोजर नहीं चलेगा।
ग्रामीणों ने एडीए कार्यालय से धरना किया खत्म
सांसद राजकुमार चाहर से मिले आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने अब एडीए पर अपना धरना समाप्त कर दिया है। सांसद राजकुमार चाहर के आश्वासन से पहले सभी ग्रामीण काफी आक्रोशित थे। उनका कहना था कि एडीए ने उनके आधार कार्ड व अन्य जरूरी कागजात मंगवा लिए थे। उनके मकान नहीं तोड़े जाएंगे लेकिन अगले दिन ही एडीए अधिकारी पलट गए। जिससे ग्रामीणों में और आक्रोश फैल गया। अब सांसद राजकुमार चाहर ने एडीए अधिकारियों के समक्ष इस बात की घोषणा की है कि उनके मकान नहीं तोड़े जाएंगे। अब उन्हें भी राहत है और वह अपना धरना खत्म कर रहे हैं।