विश्‍वभर में डिफेंस-हथियारों पर खर्च किए रिकॉर्ड 183 लाख करोड़

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रिपोर्ट के मुताबिक ये खर्च रूस-यूक्रेन जंग की वजह से बढ़ा है। रिपोर्ट में बताया गया है कि केवल यूरोप महाद्वीप में ही जंग के चलते डिफेंस के खर्च में एक साल में 13% की बढ़ोतरी हुई है। यह पिछले 30 सालों में सबसे ज्यादा है।

चीन का बजट भारत से 4 गुना ज्यादा

SIPRI के सीनियर रिसर्चर नैन तियान ने बताया कि सेना पर इतनी तेजी हो रहा खर्च बताता है कि हम कितनी असुरक्षित दुनिया में जी रहे हैं। जंग की वजह से रूस के आस-पास के देशों ने तेजी से अपनी सुरक्षा में खर्च को बढ़ाया है। फिनलैंड ने सेना के खर्च में 36% वहीं लिथुएनिया के खर्च में 27% की बढ़ोतरी हुई है। जबकि यूक्रेन का खर्च 6% बढ़ा, जंग के बीच यहां 36 लाख करोड़ से ज्यादा का खर्चा किया गया है।

चीन ने ताइवान और साउथ चाइना सी पर अमेरिका से बढ़े विवादों के बीच अपने डिफेंस बजट में 4.2% की बढ़ोतरी की है। इसके बाद चीन डिफेंस बजट पर खर्च करने वाला दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन गया है। चीन का बजट भारत से लगभग 4 गुना ज्यादा हो गया है। भारत ने अपने डिफेंस पर 2022 में 6 लाख करोड़ खर्च किए, जबकि चीन ने 23 लाख करोड़ का खर्चा किया।

अमेरिका ने रिकॉर्ड महंगाई के बाद भी बढ़ाया डिफेंस बजट

रिपोर्ट में बताया गया है कि सेंट्रल और वेस्टर्न यूरोप ने मिलिट्री पर 1989 में शीत युद्ध के दौर से भी ज्यादा खर्च किया है। इन देशों ने डिफेंस पर 28 लाख करोड़ रुपए खर्च किए हैं। वहीं SIPRI के मुताबिक अमेरिका ने रिकॉर्ड महंगाई के बावजूद अपने डिफेंस बजट पर खर्च किया है। जो पूरी दुनिया के डिफेंस बजट का 39% है। जबकि अमेरिका में महंगाई 1989 से सबसे ऊंचे स्तर पर है।

SIPRI के प्रोफेसर नान तियान ने बताया कि महंगाई नहीं बढ़ी होती तो अमेरिका अपने डिफेंस पर और भी खर्च करता। तियान ने ये भी कहा कि अमेरिका के डिफेंस बजट में इजाफे की वजह यूक्रेन जंग भी है। 2022 में अमेरिका ने यूक्रेन को सैन्य सहायता देने के लिए एक लाख करोड़ रुपए खर्च किए हैं।

सऊदी अरब भी तेजी से बढ़ा रहा खर्च

सऊदी अरब ने 2022 में मिलिट्री पर खर्च को एक साल में 16% बढ़ाया है। जो 2018 के बाद से सबसे ज्यादा है। पिछले साल सऊदी ने अपनी सुरक्षा में 6 लाख करोड़ खर्च किए हैं। वहीं, नाटो देशों के डिफेंस खर्च में भी 0.9% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। 2022 में नाटो देशों ने अपनी सुरक्षा पर 1232 बिलियन खर्च किए हैं।

ब्रिटेन ने भी यूक्रेन को मदद देने के लिए सैन्य खर्च में रिकॉर्ड महंगाई के बीच बढ़ोतरी की है। 2022 में वहां 562 करोड़ रुपए खर्च किए गए।

Compiled: up18 News