मथुरा। श्रीकृष्ण-जन्मस्थान पर भागवत-भवन में विराजमान भगवान जगन्नाथ जी के रथयात्रा महोत्सव का शुभारंभ आज ज्येष्ठ शुक्ल-पूर्णिमा मंगलवार, 14 जून से सायंकालीन बेला में विद्वान पूजाचार्यों द्वारा वेद मंत्रों के समवेत उच्चारण एवं पुरी की परंपरानुसार जगन्नाथ जी को सहस्रधारा-स्नान के साथ आरंभ हुआ। झांझ, मंजीरों व मृदंग की ध्वनि व साधु- संतों द्वारा किये जा रहे हरि संकीर्तन व उद्दाम संकीर्तन के मध्य विधि-विधान पूर्वक स्नान के उपरांत आरती संपन्न की गयी।
अब के पश्चात भगवान अस्वस्थता के कारण आगामी 15 दिन के लिए एकांत विश्राम में रहकर आयुर्वेद चिकित्सा का लाभ प्राप्त कर आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा को दर्शन देंगे व द्वितीया को ज्येष्ठ भ्राता बलभद्र जी व बहन सुभद्रा के साथ रथारूढ होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे।
इस अवसर पर संस्थान की प्रबंध-समिति के सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी, विशेष कार्याधिकारी विजय बहादुर सिंह, उप मुख्य अधिशाषी अनुराग पाठक आदि के अतिरिक्त सैकड़ों भक्त वृन्द सम्मिलित रहे।
-एजेंसी