भारतीय जनता पार्टी ने अमेरिका में दिए गए राहुल गांधी के बयान पर पलटवार किया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि राहुल गांधी नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं इसलिए ऐसा बोलते हैं. राहुल गांधी ने सिलिकॉन वैली और स्टैनफ़र्ड यूनिवर्सिटी में बोलते हुए भारत में डाटा की निजता, फ़ोन टैपिंग और अपनी संसद सदस्यता जाने जैसे मुद्दों पर बात की.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि, ”राहुल गांधी की बात क्या हिंदुस्तान में नहीं सुनी जाती है जो विदेश जाकर उन्हें भारत की आलोचना करते हैं.”
प्रसाद ने कहा, “भारत की प्रतिभा को बदनाम करना राहुल गांधी ने अपना लक्ष्य बना रखा है. ये कोई नई बात नहीं है. जो लंदन में कहा, सिंगापुर में कहा, जर्मनी में कहा वही वो अमेरिका में कह रहे हैं.”
प्रसाद ने कहा कि भारत की संसद की वास्तुकला की दुनिया तारीफ़ करती है लेकिन राहुल गांधी इसका बहिष्कार करते हैं.
प्रसाद ने कहा, “नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता की सच्चाई को वो स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं.” उन्होंने कहा कि राहुल गांधी भारत की प्रतिभा और सम्मान को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं. प्रसाद ने कहा, “भारत के विकास के बारे में नफ़रत का बाज़ार फैलाना बंद करें.”
राहुल गांधी के फ़ोन टैप किए जाने के आरोपों को ख़ारिज करते हुए उन्होंने कहा, “झूठ बोल रहे हैं राहुल गांधी. उनके टेलीफ़ोन के डाटा का मामला सुप्रीम कोर्ट गया था. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि जिन लोगों को लगता है कि उनका फ़ोन हैक हो रहा है वो अपना फ़ोन एक्सपर्ट समिति के पास जमा कर दें. राहुल गांधी ने फ़ोन जमा नहीं किया था.”
जब उनसे डाटा की निजता को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “डाटा प्रोटेक्शन क़ानून पर काम किया जा रहा है.”
उन्होंने कहा, “भारत की नई संसद का इस तरह बहिष्कार करना इस संस्थान का अपमान है. सीएजी के ख़िलाफ़ 2जी घोटाले में जो घटिया बातें की गईं वो संस्थान का अपमान है. सुप्रीम कोर्ट की अवमानना का जब मामला हुआ तब ये माफ़ी मांगकर बाहर निकले. मीडिया के बारे में वो क्या बोलते हैं वो मुझे बताने की ज़रूरत नहीं है.”
Compiled: up18 News