पंजाब प्रशासन ने हाई कोर्ट में अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी से किया इंकार

National

पंजाब पुलिस ने बताया है कि अमृतपाल सिंह के चाचा हरजीत सिंह और उनके ड्राइवर हरप्रीत सिंह ने रविवार रात को सरेंडर कर दिया. जालंधर के एसएसपी स्वरदीप सिंह ने इसकी पुष्टि की है. पुलिस अब तक 114 लोगों को गिरफ़्तार कर चुकी है. पंजाब प्रशासन ने राज्य में इंटरनेट सेवाओं पर रोक की सीमा मंगलवार (21 मार्च) दोपहर 12 बजे तक बढ़ा दी है. पुलिस कार्रवाई के विरोध में अमेरिका और ब्रिटेन में प्रदर्शन की ख़बरें हैं.

पुलिस ने क्या बताया

पंजाब पुलिस ने जानकारी दी है कि एक स्पेशल टीम ने शनिवार को अमृतपाल सिंह के काफ़िले का पीछा किया. उस वक़्त अमृतपाल सिंह शाहकोट के रास्ते में था. पुलिस की स्पेशल टीम में आठ ज़िलों के अधिकारी शामिल थे.

पंजाब पुलिस के प्रवक्ता ने बताया है कि अमृतपाल सिंह अब तक पकड़ा नहीं गया है. पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया है और उसकी गिरफ़्तारी के प्रयास जारी हैं. पूरे राज्य में पुलिस बल ने फ्लैग मार्च किया है. इसमें ज़िला पुलिस के साथ अर्द्ध सैनिक बलों की टुकड़ियां शामिल रहीं. इनकी अगुवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस कमिश्नर ने की. अमृतपाल सिंह के चार सहयोगियों को असम के डिब्रूगढ़ ले जाया गया है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इसे दोनों राज्यों की पुलिस के बीच सहयोग से हुई कार्रवाई बताया है.

हाई कोर्ट का रुख

अमृतपाल सिंह की ओर से वकील ईमान सिंह ने हाई कोर्ट का रुख किया. उन्होंने अमृतपाल सिंह को हिरासत में रखने का आरोप लगाया. सरकार की ओर से पेश हुए अटॉर्नी जनरल ने कोर्ट को बताया कि अमृतपाल सिंह को अब तक गिरफ़्तार नहीं किया गया है.

कोर्ट ने रविवार को हुई सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार को नोटिस जारी किया. इस मामले की अगली सुनवाई मंगलवार को होगी.

गिरफ़्तारी

‘वारिस पंजाब दे’संगठन के ख़िलाफ़ कार्रवाई के दौरान रविवार को 34 लोगों को गिरफ़्तार किया गया. इनमें शांति और सौहार्द को नुक़सान पहुंचाने वाले लोग भी शामिल हैं.

अब तक कुल 114 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है. अमृतपाल सिंह के ख़िलाफ़ कार्रवाई को लेकर लंदन और न्यूयॉर्क में विरोध प्रदर्शन हुए हैं. पंजाब पुलिस की कार्रवाई को देखते हुए केंद्र शासित चंडीगढ़ प्रशासन ने धारा 144 लागू की है.

Compiled: up18 News