स्वस्थ शरीर के लिए प्रोटीन बेहद जरूरी होता है। यह एक आवश्यक पोषक तत्व है जो पूरी बॉडी को सेहतमंद रखता है, लेकिन इसके ज्यादा से ज्यादा फायदे के लिए गुड और बैड प्रोटीन के बीच का अंतर जानना बेहद जरूरी है। अक्सर हैल्थ कॉन्शियस लोग ये तो जानते हैं कि दिन में कितना प्रोटीन खाना चाहिए, लेकिन ये नहीं जानते कि कैसा प्रोटीन खाना चाहिए। प्रोटीन शरीर में ऊतकों को बनाए रखने और उनकी मरम्मत करने के साथ-साथ एंजाइम और हार्मोन संतुलन के लिए जरूरी है।
क्या होता है बैड प्रोटीन
बैड प्रोटीन में वसा की मात्रा ज्यादा होती है। उदाहरण के तौर पर इन दिनों पनीर और सोया चॉप काफी फेमस हो रहे हैं। कई जगहों पर इन्हें डीप फ्राई करके इस्तेमाल किया जाता है, जिससे इनकी गुणवत्ता बिगड़ जाती है। ज्यादा वसा होने के कारण ये हानिकारक साबित हो सकते हैं जिससे हृदय रोग, किडनी की समस्याएं और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है इसलिए प्रिजर्वेटिव और तले हुए खाद्य पदार्थों से दूर रहें। इनमें नमक की मात्रा भी अधिक होती है।
क्या है अच्छा प्रोटीन
विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि गुर्दे की बीमारी, गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को सही प्रकार के प्रोटीन को चुनने के बारे में अधिक सावधान रहने की जरूरत है। साथ ही जिन लोगों के पास प्रतिदिन उपभोग किए जा सकने वाले प्रोटीन की पहुंच सीमित है, उन्हें प्रोटीन की गुणवत्ता के प्रति अधिक सावधान रहना चाहिए। अच्छे प्रोटीन में दाल, सोयाबिन, रॉ पनीर और दही शामिल हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Compiled: up18 News