बप्पी लाहिड़ी के निधन पर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने शोक जताया

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जाने-माने संगीत निर्देशक बप्पी लाहिड़ी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बप्पी लहरी के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया, ‘बप्पी लाहिड़ी जी का संगीत सर्वांगीण था, विविध भावनाओं को खूबसूरती से व्यक्त करता था. सभी पीढ़ियों के लोग उनके काम से जुड़ाव महसूस करते हैं, उनका जीवंत स्वभाव सभी को याद रहेगा, उनके निधन से दुखी हूं. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं,ओम शांति.’

गृहमंत्री अमित शाह ने लिखा है, ‘महान गायक और संगीतकार बप्पी लहरी जी के निधन के बारे में जानकर दुखी हूं. उनके निधन से भारतीय संगीत की दुनिया में एक सूनापन पैदा हो गया है. बप्पी दा को उनके बहुमुखी गायन और जीवंत स्वभाव के लिए याद किया जाएगा.’

69 वर्षीय संगीत निर्देशक बप्पी लाहिड़ी ने मुंबई के क्रिटी केयर अस्पताल में मंगलवार को रात 11 बजे आखिरी सांस ली. वह लंबे वक्‍त से बीमार चल रहे थे. उनके डॉक्टर दीपक नामजोशी ने बताया बप्पी लाहिड़ी ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया और सीने में संक्रमण से पीड़ित थे. वह 29 दिनों तक मुंबई के जूहु स्थित क्रिटिकेयर अस्पताल में भर्ती रहे. 15 फरवरी को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी.

बप्पी लाहिड़ी ने 1970-80 के दशक की फ़िल्मों में डिस्को थीम वाले कई मशहूर गाने दिए. उन्हें ‘चलते चलते’, ‘डिस्को डांसर’ और ‘शराबी’ जैसी फ़िल्मों में लोकप्रिय गाने देने के लिए जाना जाता है. उनका आख़िरी हिंदी गाना साल 2020 की आई फिल्म ‘बागी 3’ के लिए था.

बप्पी लाहिड़ी का जन्म 27 नवंबर 1952 को पश्चिम बंगाल के शहर जलपाईगुड़ी में हुआ था, उनका दिया हुआ नाम आलोकेश ‘बप्पी’ लहरी था,अपने फ़िल्मी के लिए उन्होंने अपना नाम बप्पी लहरी चुना.

बप्पी लाहिड़ी के माता-पिता अपरेश लहरी और बंसारी लहरी जाने-माने बांग्ला गायक और शास्त्रीय संगीतकार थे. अपने माता-पिता के नक्शेक़दम पर चलते हुए तीन साल की उम्र में ही बप्पी लहरी ने तबला बजाना शुरू कर दिया था. हालांकि अपने फ़िल्मी करियर में उन्होंने अधिकतर पार्टी डांस म्यूज़िक ही कंपोज़ किए.

-एजेंसियां