प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पूरे भारत में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी. उसी दौरान उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा.
उन्होंने कहा, “दुर्भाग्य से हमारे देश में विपक्ष का एक धड़ा पुराने ढर्रे पर चल रहा है. वो आज भी खुद तो कुछ करेंगे नहीं, न किसी को करने देंगे. इस रवैये पर अड़े हुए हैं. देश ने आज की और भविष्य की जरूरतों की चिंता करते हुए संसद की आधुनिक इमारत बनाई. संसद देश के लोकतंत्र की प्रतीक होती है. उसमें पक्ष, विपक्ष सबका प्रतिनिधित्व होता है लेकिन विपक्ष के इस धड़े ने संसद की नई इमारत का भी विरोध किया.”
पीएम मोदी ने कहा, “इन लोगों ने 70 साल तक देश के वीर शहीदों के लिए वॉर मेमोरियल तक नहीं बनाया. जब हमने बनाया तो इसकी भी सरेआम आलोचना करते हुए शर्म नहीं आई. सरदार वल्लभ भाई पटेल का स्टेच्यू ऑफ यूनिटी आज दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति है. हर हिंदुस्तानी को गर्व होता है. कुछ राजनीतिक दल चुनाव के समय तो सरदार साहब को याद कर लेते हैं लेकिन आज तक इनका एक भी बड़े नेता ने इस मूर्ति के न तो दर्शन किए हैं न ही नमन किया है.”
उन्होंने कहा, “नकारात्मक राजनीतिक से ऊपर उठकर सकारात्मक राजनीति के मार्ग पर एक मिशन के रूप में चल रहे हैं. किस राज्य में किसकी सरकार है. कहां किसका वोट बैंक है, इससे ऊपर उठकर हम देश में विकास को सबसे उच्च प्राथमिकता दे रहे हैं. सबका साथ, सबका विकास ये धरती पर चरितार्थ करने के लिए जी जान से जुटे हैं.”
पीएम मोदी ने जिस पुनर्विकास योजना को शुरू किया उसमें करीब 25 हजार करोड़ रुपये तक की लागत आएगी.
इन 508 स्टेशनों में से 55-55 उत्तर प्रदेश और राजस्थान, 49 बिहार, 44 महाराष्ट्र, 37 पश्चिम बंगाल, 34 मध्य प्रदेश, 32 असम, 25 ओडिशा, 22 पंजाब, 21-21 गुजरात और तेलंगाना, 20 झारखंड, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में 18-18, हरियाणा में 15 और 13 कर्नाटक के हैं.
Compiled: up18 News
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