आगरा: एचएएल संविदा कर्मचारियों का धरना अनवरत रूप से जारी है। पिछले कई दिनों से धरना दे रहे एचएएल संविदा कर्मचारियों की कोई सुनवाई न होने के बाद अब एचएएल संविदा कर्मचारियों ने एचएएल आगरा में व्याप्त भ्रष्टाचार की पोल खोलना शुरू कर दिया है। एक बड़े भ्रष्टाचार की शिकायत एचएएल संविदा कर्मचारी संघ ने केंद्रीय सतर्कता आयोग से की है और मांग की है कि इसकी निष्पक्ष जांच की जाए।
संविदा कर्मचारी संघ ने केंद्रीय सतर्कता आयोग से शिकायत करते हुए कहा है कि जहाजों के महत्वपूर्ण दस्तावेजों में जो कर्मचारी कानपुर में कार्य कर रहे थे बिना जहाज की सर्विसिंग किए उनमें से 5 कर्मचारियों से जहाज की सर्विसिंग होने की साइन करा लिए गए। इससे राष्ट्रीय सुरक्षा और वायु सेना के जहाजों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और यह सब एक बड़े अधिकारी करा रहे हैं। इस संबंध में एचएल संविदा कर्मचारी संघ ने केंद्रीय सतर्कता आयोग को सबूत भी दिए हैं और इस मामले की निष्पक्ष जांच की भी मांग की है।
एच ए एल के बड़े पद पर तैनात एक अधिकारी पर एचएएल संविदा कर्मचारी संघ ने रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उस अधिकारी ने घूस लेते हुए थर्ड पार्टी से जहाज के रखरखाव में साइन कराए, साथ ही अपने रिश्तेदारों को भर्ती करा कर उसी के माध्यम से प्रति जहाज के मेंटेनेंस में रिश्वत लेते रहे हैं। इस मामले में भी कर्मचारी संघ ने केंद्रीय सतर्कता आयोग को सबूत दिए हैं। कर्मचारी संघ ने वायुसेना प्रमुख एओसी से भी शिकायत की है।
धरने पर बैठे एचएएल संविदा कर्मचारियों ने पीएफ में हुए घोटाले को भी उजागर किया है। उनका कहना है कि संविदा कर्मचारियों का पीएफ जमा ही नहीं किया और यह घोटाला लगभग 74 लाख रुपए का है। अधिकारी संविदा कर्मचारियों के पीएफ का पैसा भी खा गए।
धरने पर बैठे संविदा कर्मचारियों ने बताया कि एच ए एल आगरा में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हो रहा है। मजदूरों के नाम पर उनके साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। अपने भ्रष्टाचार को दबाने के लिए एच ए एल के वरिष्ठ अधिकारियों ने एचएल आगरा को ही बंद करने की ठान ली है जिससे उनके भ्रष्टाचार उजागर न हो लेकिन संविदा कर्मचारी संघ ने भी शपथ ली है कि इन भ्रष्ट अधिकारियों के भ्रष्टाचार की परत दर परत खोली जाएगी।