आगरा। राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) की ओर से आयोजित राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नीट) आज शहर 22 केंद्रों पर हुई। इसमें अकेले आगरा से करीब दस हजार परीक्षार्थी डॉक्टर बनने के ख्वाब पूरा करने के लिए परीक्षा में शामिल हुए हैं। इस साल देश में करीब 23 लाख युवाओं ने नीट के लिए पंजीकरण कराया है। अकेले आगरा में ही 10 हजार अभ्यर्थी हैं।
आगरा में राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) की ओर से आयोजित राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा देने के लिए सेंटरों पर सुबह दस बजे से परीक्षार्थियों का पहुंचना शुरू हो गया था। पूर्वाह्न सवा 11 बजे से कड़ी सुरक्षा के बीच छात्रों को एंट्री दी गई। परीक्षार्थियों के हेयर पिन, जूते और बेल्टें परीक्षा केंद्र के बाहर की उतरवा दिए गए थे।
आगरा कॉलेज सेंटर पर बायोमैट्रिक मशीन के कुछ देर बाधित रहने से परीक्षार्थियों की धड़कनें बढ़ गई थी। पर थोड़ी देर में मशीन को सही कर उन्हें कॉलेज के अंदर प्रवेश देना शुरू कर दिया गया था। परीक्षा दोपहर दो बजे शुरू हुई, जो पांच बजे तक चली।
करीब तीन प्रतिशत छात्रों ने छोड़ी परीक्षा
आगरा के 22 केंद्रों पर नीट यूजी आयोजित की गई। आगरा के 22 केंद्रों में 10103 अभ्यर्थियों को शामिल होना था, इसमें से 393 यानी करीब तीन प्रतिशत अभ्यथी अनुपस्थित रहे। दोपहर दो से पांच बजे तक परीक्षा आयोजित की गई।
फिजिक्स का पेपर टप, बायोलॉजी का भी मुश्किल
आरवी एकेडमी के निदेशक डॉ. वैभव शर्मा ने बताया कि पिछले साल की तुलना में फिजिक्स का पेपर टफ रहा। अभ्यर्थियों को कुल 180 प्रश्नों के उत्तर देने थे इसमें से 45 फिजिक्स, 45 केमिस्ट्री और 90 प्रश्न बायोलॉजी के थे। प्रत्येक सही प्रश्न पर चार अंक मिलते हैं, 720 अंक से मेरिट बनेगी। वहीं, एक गलत उत्तर देने पर प्राप्तांक से एक अंक कम हो जाता है। बायोलॉजी भी आसान नहीं रहा। पिछले साल नीट यूजी में 720 में से 720 अंक आए थे इस बार उम्मीद कम है और मेरिट भी नीचे जा सकती है।
परीक्षा केंद्र से बाहर निकले कुछ परीक्षार्थी काफी ख़ुश नजर आ रहे थे, जबकि कई के चेहरे लटके हुए थे। पूछने पर बोले पेपर आसान नहीं था।