12 दिनों में आज 10वीं बार बढ़ाए गए पेट्रोल-डीजल के दाम

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एक फिल्म के गाने की कुछ पंक्ति महंगाई डायन खाए जात है, अब बिल्कुल सही बैठने लगी हैं। पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है और पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई राहत मिलती हुई नजर नहीं आ रही है। एक बार फिर शनिवार को पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी हो गई। आज सरकारी तेल कंपनियों (OMCs) ने ईंधन तेल के दामों में 80-80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी की है जिसका असर पेट्रोल पंपों पर भी देखने को मिला। पेट्रोल पंप स्वामियों ने भी अधिक पैसे की बढ़ोत्तरी कर दी और पेट्रोल आगरा में 102.25 प्रति लीटर पहुंच गया।

पेट्रोल, डीजल की कीमतों में शनिवार को फिर 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी हुई। 12 दिनों में यह 10वीं वृद्धि है। इससे दाम कुल 7.20 रुपये प्रति लीटर बढ़ गए हैं।

पेट्रोल और डीजल की कीमतें 4 नवंबर से स्थिर थीं। इस बीच कच्चे तेल की कीमत 30 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ गईं। 10 मार्च को विधानसभा चुनाव खत्‍म होने के बाद दरों में संशोधन की उम्मीद थी, लेकिन उस दौरान इसे टाल दिया गया लेकिन तेल कंपनियां अब घाटे की भरपाई कर रही हैं।

मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विसेज की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत की सरकारी तेल कंपनियां IOC, BPCL और HPCL को 5 राज्यों में चुनावों के दौरान पेट्रोल और डीजल की कीमतों को बनाए रखने के लिए राजस्व में लगभग 2.25 बिलियन डॉलर (19,000 करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ।

12 दिनों में दसवीं बार हुई बढ़ोत्तरी:-

योगी सरकार के शपथ लेने के साथ ही पिछले 12 दिनों में यह 10वीं बार पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी हुई है और इतनी वृद्धि के बाद तेल के दाम अब तक एक लीटर पर 7.20 रुपये बढ़ चुका है। यानी कि इन 12 दिनों में आपको एक लीटर पेट्रोल या डीजल पर 7.20 रुपये ज्यादा देना पड़ रहा है। शुक्रवार को तेल के दामों में कोई बदलाव नहीं हुआ था हालांकि, उसके पहले के दो-तीन दिन तेल में 80-80 पैसों की बढ़ोत्तरी की गई थी।

102.25 प्रति लीटर बिक रहा है पेट्रोल:-

भाजपा सरकार में पेट्रोल एक बार फिर 102 से ऊपर जा पहुंचा है लेकिन सरकार को अभी इससे कोई सरोकार नहीं है। सरकार का कहना है कि ग्लोबल मार्केट के चलते पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ रहे हैं लेकिन सरकार अपने स्तर से लोगों को राहत देने के लिए कोई उचित कदम उठाने को तैयार नहीं है। आम वाहन चालक अब सरकार को कोसता हुआ नजर आ रहा है। उसका कहना है कि जब अन्य सरकारें पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ाती थीं तब यही भाजपा सरकार सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करती थी लेकिन अब जब उनकी सरकार है तो लगातार पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ रहे हैं और सरकार को इससे कोई सरोकार नहीं है।

जल्द ही छोड़नी पड़ेगी मोटरसाइकिल और कार:-

वाहन चालकों का कहना है कि अगर स्थिति यही रही और प्रतिदिन पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ते रहे तो उन्हें पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों को छोड़ना होगा। सरकार सीधे तौर पर उनके वाहन बंद कराना चाहती है। महंगाई से पहले ही आम व्यक्ति परेशान है। पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाकर अब उनके जले पर नमक छिड़कने का काम किया जा रहा है।

-एजेंसियां