नई दिल्ली। 10वीं की पाठ्यपुस्तकों से पीरियोडिक टेबल हटाने को लेकर एनसीईआरटी ने आज स्पष्टीकरण दिया है कि अब इसकी पढ़ाई 10वीं के नहीं बल्कि 11 के स्टूडेंट्स करेंगे. इसे केवल 10वीं की किताबों से हटाया गया है.
एनसीईआरटी ने पीरियोडिक टेबल को अपनी किताबों से नहीं हटाया है, बल्कि अब 10वीं के बजाए 11वीं के स्टूडेंट्स इसकी पढ़ाई करेंगे. कक्षा 10 की पाठ्यपुस्तकों से पीरियोडिक टेबल को हटाने पर व्यापक आलोचना के बाद राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने एक स्पष्टीकरण जारी किया है. एनसीईआरटी ने कहा कि विषय को हटाया नहीं गया है, बल्कि COVID-19 महामारी के मद्देनजर छात्रों पर बोझ को कम करने के प्रयास के तहत इसे कक्षा 11वीं की पाठ्यपुस्तकों में स्थानांतरित कर दिया गया है.
एनसीईआरटी ने इस संबंध में ट्वीट कर कक्षा 10वीं के पाठ्यक्रम के संशोधन के कारणों का उल्लेख किया है. एनसीईआरटी ने लिखा कि कोविड-19 महामारी की स्थिति के दौरान स्कूली शिक्षा के सभी चरणों के छात्रों ने ऑनलाइन और अन्य तरीकों से अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा.
एनसीईआरटी के अनुसार कक्षा 9वीं में तत्वों, प्रतीकों, यौगिक निर्माण, परमाणुओं और अणुओं जैसी मौलिक अवधारणाओं को शामिल किया गया है. वहीं कक्षा 10वीं पाठ्यक्रम में रासायनिक प्रतिक्रियाओं, अम्ल, क्षार, लवण, धातु, गैर-धातु और कार्बन सहित विषयों को शामिल किया गया है. 11वीं और 12वीं कक्षा में विज्ञान पढ़ने वाले छात्रों के लिए पीरियोडिक टेबल (आवर्त सारणी) का विस्तृत अध्ययन आरक्षित किया गया है.
परिषद ने कहा कि सभी पहलूओं पर विचार करने के बाद पाठ्यक्रम में संशोधन किया गया है. संसदीय स्थायी समिति, एनसीईआरटी सहित विभिन्न हितधारकों द्वारा पाठ्यक्रम पर चिंता व्यक्त की गई थी. एनसीईआरटी ने कहा कि संशोधन में उन चीजों को प्राथमिकता दी जाती है, जो बच्चों को आसानी से समझ में आ सके.
– एजेंसी
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