टीएमसी के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने नीतीश कुमार के एक बार फिर NDA में शामिल होने पर कहा है कि इसमें सबसे ज़्यादा सहानुभूति तेजस्वी यादव को मिल रही है.
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सिन्हा ने कहा, “पलटूराम तो वो हैं जो कहा करते थे कि कुछ भी हो जाए नीतीश कुमार को वापस नहीं लेंगे. देश के गृहमंत्री जिन्हें लोग चाणक्य कहते हैं, उन्होंने कहा था कि हमेशा के लिए नीतीश कुमार के लिए दरवाज़े बंद रहेंगे लेकिन ऐसा क्या हुआ, वोट बैंक की ऐसी चिंता थी या उन्हें लगा कि अयोध्या का प्रभाव दो-तीन दिन में खत्म हो गया.”
“मैं मानता हूं कि इस पूरे मामले में तेजस्वी यादव को सबसे ज्यादा सहानुभूति मिली है. जब उन्हें सीएम बनाने का समय आया तो आप (नीतीश कुमार) दूसरी तरफ चले गये. कुछ लोगों को यह यू-टर्न लेने जैसा लग सकता है, लेकिन कुछ लोगों को यह राजनीतिक साजिश लग सकती है. ऐसे में अगर राजद और कांग्रेस आक्रामक तरीके से प्रचार करते हैं, तो उन्हें (लोकसभा चुनाव में) फ़ायदा होगा.”
शत्रुघ्न सिन्हा पटना साहेब से सांसद रह चुके हैं. बिहार में रविवार को ही नई सरकार का गठन हुआ, नीतीश कुमार ने फिर पाला बदलते हुए एनडीए का हाथ थाम लिया और नौवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
-एजेंसी