पाकिस्तानी मूल के प्रोफेसर ने कहा, जिन्ना को भारत सरकार का शुक्रगुजार होना चाहिए

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पाकिस्तानी मूल के स्वीडिश प्रोफेसर इश्तियाक अहमद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में वह इस बात पर चर्चा कर रहे होते हैं कि अगर भारत से सभी मुस्लिम पाकिस्तान आ जाते तो बेहद मुश्किल हो जाती। वह कहते हैं कि पाकिस्तान जब बना, तब यहां कागज तक नहीं था। अगर इतनी बड़ी आबादी पाकिस्तान में आ जाती तो ये देश बनने से पहले ही बर्बाद हो गया होता। जिन्ना नहीं चाहते थे कि भारत से मुस्लिमों का एक पूरा सैलाब आ जाए।

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https://twitter.com/pakistan_untold/status/1679316166219825152

पाकिस्तान को महात्मा गांधी ने बचाया

इश्तियाक अहमद ने कहा, ‘3.5 करोड़ लोग भारत से आ सकते थे। जिस तरह हमने किसी हिंदू सिख को पश्चिमी पाकिस्तान में नहीं रहने दिया, अगर उसी तरह वहां से भी मुस्लिमों को भगा दिया जाता तो मुश्किल हो जाती। मान लीजिए अगर बिहार का 50 लाख मुसलमान पूर्वी पाकिस्तान चला जाता जो उस समय बेहद गरीब था और अगर तीन करोड़ लोग यहां आ जाते तो पाकिस्तान बनने से पहले ही खत्‍म हो जाता। ऐसे में तो पाकिस्तान को महात्मा गांधी ने अपनी जान देकर बचाया।’

भारत सरकार का अहसान मानें

प्रोफेसर इश्तियाक अहमद ने आगे कहा, ‘जिन्ना को भारत सरकार का अहसान मानना चाहिए कि वह अपनी जुबान पर कायम रही।’ प्रोफेसर इश्तियाक की किताब, ‘जिन्ना: हिस सक्सेस, फेलियर एंड रोल इन हिस्ट्री’ को लेकर बातचीत से जुड़े एक वीडियो का यह अंश है। इस वीडियो में वह कई बार महात्मा गांधी को याद करते हैं। उन्होंने इस दौरान महात्मा गांधी की तुलना इतिहास के कई महान धार्मिक लोगों से की।

-Compiled: up18 New