प्रयागराज। डेंगू के प्रकोप को लेकर आज इलाहाबाद हाईकोर्ट के सामने डीएम- सीएमओ और नगर आयुक्त पेश हुए। हाईकोर्ट ने कड़ा रुख अपनाते हुए अधिकारियों को मामले में लापरवाही न बरतने का सख्त निर्देश दिया। ने सुनवाई करते हुए कोर्ट ने प्रयागराज में सभी वार्डों में कमेटी गठित कर मानीटरिंग करने का निर्देश दिया। वार्ड के कार्पोरेटर, डॉक्टर, इलाके में रहने वाले वकील, नगर निगम कर्मचारी व संभ्रांत लोगों को कमेटी में शामिल किया जाए। वार्डवार हालातों की समीक्षा करते हुए जरूरी प्रभावी कदम उठाने का निर्देश दिया।
नगर आयुक्त ने कोर्ट को बताया दो दिनों के अंदर एंटी लार्वा के छिड़काव की नई मशीन आ जाएगी। इससे फॉगिंग का कार्य तेजी से हो सकेगा। हाईकोर्ट बार के अध्यक्ष आरके ओझा व अन्य वकीलों ने हाईकोर्ट से मॉनिटरिंग का अनुरोध किया। कोर्ट ने इस अनुरोध को मंजूर करते हुए बुधवार को फिर से सुनवाई की बात कही है। बुधवार नौ नवंबर को मामले की अगली सुनवाई होगी। डेंगू के बढ़ते मामलों पर हाईकोर्ट ने मामले में स्वतः संज्ञान लिया है। हाईकोर्ट ने इससे पहले सुनवाई कर अफसरों को कड़ी फटकार लगाई थी।
हाईकोर्ट की फटकार के बाद सूबे के चीफ सेक्रेट्री और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक प्रयागराज पहुंचे। यहां आकर अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें जरूरी दिशा निर्देश दे चुके हैं। यूपी में प्रयागराज जिले में हैं डेंगू के सबसे ज्यादा मामले हैं। जिले में अब तक तकरीबन एक हज़ार लोगों की एलाइजा रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। इसके साथ ही छह लोगों की मौत भी हो चुकी है। चीफ जस्टिस राजेश बिंदल और जस्टिस जेजे मुनीर की डिवीजन बेंच में मामले की सुनवाई हुई।
-एजेंसी