दुनिया भर में DXN कोड से पहचाना जाएगा जेवर में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट

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नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट स्विस टेक्नॉलजी और एफिसिएंसी के साथ भारतीय संस्कृति को ध्यान में रखते हुए तैयार हो रहा है। एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा कि हम अपने तीन-अक्षर आईएटीए कोड को पाने के लिए उत्साहित हैं, यह एयरपोर्ट के परिचालन की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।

अब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का कोड डीएक्सएन है। एयरपोर्ट को अब पूरी दुनिया में इसी कोड से जाना जाएगा। यह एक यूनीक कोड है, जिसका ये मतलब है कि जब भी आप कोई टिकट बुक करेंगे तो हमें डीएक्सएन से पहचाना जाएगा। ये कोड सिर्फ हम ही यूज कर सकते हैं। ये कभी नहीं बदलेगा। एक तरीके से यह हमारा पिन कोड होगा।

क्यों खास है आईएटीए कोड

आईएटीए कोड हर एक एयरपोर्ट के लिए यूनीक है। ये कोड न केवल यात्रियों के ट्रैवल डॉक्युमेंट्स पर दर्ज होते हैं, बल्कि अन्य कम्युनिकेशंस में एक महत्वपूर्ण एलिमेंट के रूप में भी काम करता है।

फ्लाइट शेड्यूल, टिकटिंग, एक एयरपोर्ट से दूसरे एयरपोर्ट तक बैगेज हैंडलिंग से लेकर कम्युनिकेशन, ऑपरेशन और लॉजिस्टिक को सुव्यवस्थित और विनियमित करने तक यह आईएटीए कोड एयरपोर्ट की पहचान को बरकरार रखने में मदद करता है।

जल्द तैयार होगा एटीसी

एयरपोर्ट का निर्माण तेजी से प्रगति कर रहा है। टाटा प्रोजेक्ट्स को ईपीसी कंस्ट्रक्शन कांट्रैक्ट दिए हुए एक साल से अधिक समय हो गया है। मौजूदा समय में पैसेंजर टर्मिनल की छत के लिए जरूरी संरचनात्मक स्टील पर काम किया जा रहा है। एटीसी टावर अब 30 मीटर से अधिक की ऊंचाई पर खड़ा हो चुका है। इसके अलावा रनवे की पूरी लंबाई के साथ सबग्रेड कार्य किया जा रहा है। लगभग 7000 वर्कर्स इस समय साइट पर कार्य में जुटे हैं। अगले कुछ महीनों में साइट पर 20 से अधिक इमारतें बन जाएंगी, जिनमें पैसेंजर टर्मिनल, एयर ट्रैफिक कंट्रोल टॉवर, ऑफिस ब्लॉक्स, सीवेज और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के साथ इलेक्ट्रिक सबस्टेशन शामिल हैं। इन सभी का निर्माण इन दिनों तेजी से चल रहा है।

Compiled: up18 News