सोमवार से संसद का विशेष सत्र शुरू हो गया है. ये शुक्रवार 22 सितंबर तक चलेगा. विपक्ष, केंद्र सरकार पर आरोप लगा रही है कि सरकार ने विशेष सत्र का एजेंडा ऑल पार्टी मीटिंग में पूरी तरह सामने नहीं रखा है और सत्ता पक्ष की मंशा इस विशेष सत्र के पीछे क्या है, ये साफ़ नहीं किया गया है.
अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि केंद्र सरकार चाहती है कि देश में चुनाव समय से पहले करा दिए जाएं.
उन्होंने कहा, “वो (केंद्र सरकार) तो पूरे देश में जल्द चुनाव कराना चाहते हैं, तो जल्दी कराएं, हम तो इंतज़ार कर रहे हैं. जितना जल्दी करना है करा दें, हम लोग तो तैयार हैं. हम तो हर समय तैयार हैं.”
“भारत सरकार को अधिकार है कि वो संसद का चुनाव जल्दी करा सकती है. तो जब करा दें, जितना जल्दी उतना अच्छा रहेगा.”
रविवार को संसदीय मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बताया कि विशेष सत्र के पहले दिन की कार्यवाही संसद की पुरानी बिल्डिंग में होगी.
केंद्र सरकार ने जो जानकरी दी है उसके मुताबिक़ आठ बिल इस सत्र में पेश किए जाएंगे.
सर्वदलीय बैठक के बाद अधीर रंजन चौधरी ने बताया है कि विपक्ष की सारी पार्टियों की एक ही मांग थी कि विशेष सत्र के दौरान महिला आरक्षण विधेयक पारित की जाए.
हालांकि संसद के विशेष सत्र की पूर्व संध्या पर सर्वदलीय बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक को पारित करने पर ”उचित समय पर उचित निर्णय” लिया जाएगा. बैठक में सभी दलों के नेता मौजूद थे.
Compiled: up18 News
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