75 साल से ज्यादा उम्र के अमेरिकी नेताओं का मेंटल एबिलिटी टेस्ट मेंडेटरी हो: निक्की हेली

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प्रेसिडेंट जो बाइडेन की पत्नी जिल बाइडेन निक्की के इस सुझाव पर बिफर गईं। उन्होंने कहा- निक्की फिजूल बातें और बकवास कर रही हैं।

दरअसल, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, रिपब्लिकन पार्टी और अमेरिकी मीडिया का एक हिस्सा बाइडेन की फिजिटल और मेंटल फिटनेस पर अकसर सवाल खड़े करते रहे हैं। इसके कई सबूत भी मौजूद हैं।

पहले जानिए, माजरा क्या है..

प्रेसिडेंट बाइडेन की फिजिकल और मेंटल हेल्थ पर सवाल यूं ही नहीं उठते। इसके कई वीडियो प्रूफ मौजूद हैं। व्हाइट हाउस और बाइडेन की डेमोक्रेट पार्टी को अकसर इस मामले में डिफेंसिव होना पड़ा है। खुद बाइडेन ने कहा था- सिर्फ मेरा काम देखिए।

निक्की हेली ने इस मुद्दे पर वाजिब बयान दिया था। 2 बार कैलिफोर्निया की गवर्नर रह चुकीं निक्की ने पिछले दिनों कहा था- अमेरिका में चाहे कोई भी लीडर हो, अगर उसकी उम्र 75 साल से ज्यादा है तो उसका मेंटल कॉम्पिटेंसी टेस्ट जरूर होना चाहिए। इसमें कुछ बुराई नहीं है। देश की कमान ऐसे नेता के हाथों में होना चाहिए जो मेंटली और फिजिकली पूरी तरह फिट हो, क्योंकि हम सुपरपॉवर हैं।

निक्की के इस बयान पर बाइडेन की पत्नी खफा नजर आईं। पिछले दिनों CNN को दिए इंटरव्यू में जिल ने कहा- ये फिजूल और बकवास बातें हैं। 80 साल की उम्र में मेरे पति अमेरिका के कमांडर इन चीफ हैं। वो पोलैंड से यूक्रेन तक ट्रेन में गए और वहां जंग के हालात में वहां के प्रेसिडेंट जेलेंस्की से मिले। ये साबित करता है कि उनमें कितना स्टेमिना है।

जिल ने आगे कहा- वो 9 घंटे काम करते हैं। और ये भी देखिए कि 2024 में उनको चैलेंज करने का दावा कर रहे डोनाल्ड ट्रम्प की उम्र कितनी है? वो भी 76 साल के हैं। 51 साल की निक्की को प्रेसिडेंट का काम देखना चाहिए, उम्र नहीं।

खास बात यह है कि निक्की हेली ने जिस मेंटल और फिजिकल टेस्ट की मांग की है, उसका समर्थन खुद ट्रम्प भी कर चुके हैं। ट्रम्प ने पिछले दिनों कहा था- इसमें क्या गलत है? ये टेस्ट तो होने ही चाहिए। कम से कम देश प्रेसिडेंट की वजह से शर्मसार तो नहीं होगा।

अब जानिए, आखिर क्यों बाइडेन पर उठते हैं सवाल

अकेले ही हाथ मिलाने चले..

पिछले साल जून में उत्तरी कैरोलिना की पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी में बाइडेन भाषण दे रहे थे। भाषण के खत्म होने के बाद बाइडेन अकेले ही हवा में हाथ मिलाते दिखे। इस घटना का वीडियो वायरल हो गया।

दरअसल, इस कार्यक्रम में बाइडेन के साथ स्टेज शेयर करने वाला कोई नहीं था। बाइडेन इतने गुमसुम हो गए कि उन्हें ये बात याद ही नहीं रही कि मंच पर वो अकेले हैं। भाषण खत्म करने के वह अपने दाहिनी ओर मुड़े और गॉड ब्लेस यू ऑल बोलने के साथ किसी से हैंडशेक करने के लिए हाथ बढ़ाने लगे। फिर शायद उन्हें गलती का अहसास हुआ और वो अचानक दर्शकों की तरफ घूम गए।

जब तारीख ही भूल गए

6 जनवरी को कैपिटल हिल हिंसा की दूसरी बरसी मनाई गई थी। इस दौरान बाइडेन ने हिंसा में दंगाईयों का सामना करने वाले लोगों को प्रेसिडेंट मेडल से सम्मानित किया था। इस दौरान वो एख बड़ी गलती कर बैठे और इससे उनके राष्ट्रपति पद के लिए फिट होने पर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया।

दरअसल, बाइडेन अपने संबोधन में कैपिटल हिल हिंसा की तारीख 6 जनवरी की बजाय 6 जुलाई बोल गए। उन्होंने कहा- 6 जुलाई को जो कुछ हुआ उसका इंटरनेशनल लेवल पर जो असर हुआ था, उसे आप समझ ही सकते हैं। इसी भाषण में उन्होंने जहां यूक्रेनियन बोलना था, वो उसे ईरानियन बोल गए थे।

G20 समिट में इस्तेमाल की थी चीट शीट

पिछले साल हुए G20 समिट में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का एक फोटो वायरल हुआ था। इस समिट में उनके हाथ में एक कागज था। इस पर तफ्सील से लिखा था कि उन्हें समिट हॉल में क्या-क्या करना है। मसलन, कहां बैठना है- कब और कितनी देर बोलना है। इतना ही नहीं फोटो सेशन में कहां खड़ा होना है, इसके नोट्स भी बनाकर दिए गए थे। जिससे उनकी फिटनेस को लेकर काफी सवाल खड़े हो गए थे।

इतना ही नहीं, पिछले ही साल वो डेमोक्रेटिक पार्टी के एक टाउनहॉल में पहुंचे थे। यहां स्पीच के दौरान उन्होंने अपनी ही पार्टी के सांसद का नाम लेकर उन्हें तीन बार स्टेज पर इनवाइट किया था। खास बात यह है कि इस सांसद का दो दिन पहले निधन हुआ था। इसके बाद बाइडेन ने माफी मांगी थी।

शीट में कुछ शब्द बोल्ड क्यों थे

मजे की बात यह है कि बाइडेन के हाथ में जो कागज था, उस पर कुछ शब्द बोल्ड थे। खासतौर पर YOU को हर जगह बोल्ड किया गया था, ताकि प्रेसिडेंट उसे ज्यादा गौर से पढ़ पाएं। मसलन, एक जगह लिखा था- आपको इंडोनेशियाई प्रेसिडेंट जोको विडोडो और जापान के प्राइम मिनिस्टर किशिदा के साथ समिट शुरू होने के पहले फोटो सेशन कराना है।

एक और लाइन में लिखा था- आपको सेंटर में ही बैठना है। समिट की शुरुआत में जो लिखित भाषण देंगे, उसे 5 मिनट में खत्म कीजिएगा। एक मजेदार लाइन सबसे आखिर में लिखी थी। इसमें कहा गया था- आपको समिट के आखिर में बाकी लीडर्स के साथ ही रहना है।
इसके साथ ही एक जगह लिखा था- पेज पलटिए। आगे आपकी ओपनिंग स्पीच है।

क्या इतना भी होश नहीं

जुलाई 2021 में तो बाइडेन का और भी बड़ा मजाक बना था। वो एक सरकारी कार्यक्रम को होस्ट कर रहे थे। इस दौरान उनके पास एक नोट भेजा गया। इसमें लिखा था- आपकी चिन (ठोड़ी) पर कुछ लगा है, इसे हटा दीजिए।

ट्रम्प ने कहा था, अनफिट फॉर प्रेसिडेंसी

डोनाल्ड ट्रम्प कई बार बाइडेन को ‘अनफिट फॉर प्रेसिडेंसी’ कहते रहे हैं। 2020 में जब प्रेसिडेंशियल इलेक्शन के लिए कैंपेन चल रहा था, तब विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी और खासतौर पर तब के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कई बार जो बाइडेन को ‘स्लीपी जो’ यानी नींद में रहने वाले जो बाइडेन बताया था।

ट्रम्प की पार्टी ने कुछ मेडिकल डॉक्यूमेंट्स भी जारी किए थे जो बाइडेन की मेंटल और फिजिकल हेल्थ से जुड़े थे। इसके बावजूद बाइडेन प्रेसिडेंट इलेक्शन जीते। कई बार उनकी मीडिया ब्रीफिंग सिर्फ इसलिए कैंसल कर दी गईं, क्योंकि बाइडेन इसके लिए तैयार नहीं हो सके थे।

Compiled: up18 News