शुक्रवार को गिरफ्तार दोनों चीनी नागरिकों की पहचान ली जियालिन और ली फुयान के रूप में हुई। दोनों सोने की तस्करी मामले में कथित संलिप्तता के लिए राजस्व खुफिया विभाग की काली सूची में थे। मामले की जांच को लेकर नेपाल की संसद में बड़ी बहस चल रही है और मुख्य विपक्षी दल सीपीएन-यूएमएल इस मुद्दे पर नियमित सदन की कार्यवाही में बाधा डाल रहा है। सीपीएन-यूएमएल मामले की उच्च-स्तरीय जांच की मांग कर रहा है।
चीनी नागरिकों से नेपाल पुलिस कर रही पूछताछ
सरकार की इस बात के लिए आलोचना की जा रही है कि उसने संगठित अपराध की जांच शुरू नहीं की जबकि यह खुलासा हुआ था कि तस्करी सुनियोजित थी और इसमें कई देश के नागरिक शामिल थे। प्रारंभ में राजस्व विभाग इस मामले की जांच कर रहा था लेकिन विभिन्न हलकों से भारी दबाव के बाद अब सरकार ने इसकी जिम्मेदारी केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंप दी है, जो नेपाल पुलिस की एक विशेष शाखा है और संगठित अपराध का अन्वेषण करती है। नेपाल पुलिस के अनुसार दोनों चीनी नागरिकों को आगे की पूछताछ के लिए ब्यूरो को सौंप दिया गया है।
राजस्व जांच विभाग ने 18 जुलाई को काठमांडू के सिनामंगल से भारी मात्रा में सोना जब्त किया था। हवाई अड्डे पर सीमा शुल्क विभाग इस खेप का पता लगाने में विफल रहा था। विभाग ने मोटरसाइकिल के ब्रेक शू और इलेक्ट्रिक शेवर के डिब्बों में छिपाकर रखे गए सोने को नेपाल राष्ट्र बैंक भेजा इसका कुल वजन 155 किलोग्राम पाया गया। इस मामले में अब तक कुल 18 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
Compiled: up18 News