मधुमिता हत्याकांड के आरोपी अमनमणि त्रिपाठी को टिकट देने पर मां-बेटी ने मायावती के खिलाफ खोला मोर्चा

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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का आगाज हो चुका है। गुरुवार से पहले चरण के मतदान भी शुरू हो गए हैं। इस बीच बहुजन समाज पार्टी ने महाराजगंज के नौतनवा सीट से अमनमणि त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाया। इस पर कवयित्री मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला और सारा सिंह की मां सीमा सिंह ने बीएसपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गुरुवार को बसपा कार्यालय के बाहर मधुमिता शुक्ला की बहन धरने पर बैठ गई है। कल गाँधी प्रतिमा के सामने भी बैठे कर विरोध जताया था।

आज बसपा कार्यालय पर जैसे ही धरना देने पहुंची, पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। अमनमणि की सास सीमा सिंह और निधि ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सीमा सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ मायावती कानून की बात करती हैं तो दूसरी तरफ कानून हाथ में लेने वाले को बसपा का उम्मीदवार बनाती हैं।

कवियत्री मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला ने अमनमण‍ि त्र‍िपाठी को टिकट देने पर नाराजगी जाहिर की है। निधि ने कहा कि जब मायावती मुख्यमंत्री थीं तब वे मधुमिता हत्याकांड में न्याय दिलवा रही थीं। लेकिन आज उसी आरोपी को अपनी पार्टी का टिकट दे रही हैं। ये कैसा न्याय है। मायावती से अपील है कि वे ऐसे अपराधियों को पार्टी से निकालें। अगर ऐसा नहीं होता है तो पूरे प्रदेश में ब्राह्मण और क्षत्रिय बसपा का विरोध करेंगे। बता दें कि 7 फरवरी को बसपा ने अमन मणि त्रिपाठी को महराजगंज जिले की नौतनवा विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था।

संदिग्ध हालत में सारा सिंह की हुई थी मौत

दरअसल, 2017 के विधानसभा चुनाव में महाराजगंज के नौतनवा से निर्दलीय खड़े हुए बाहुबली नेता और पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के पुत्र अमन मणि त्रिपाठी ने जीत दर्ज की थी। अमनमणि त्रिपाठी पर अपनी पत्नी सारा की हत्या का भी आरोप है और वह जेल में बंद है। 9 जुलाई 2015 को संदिग्ध हालत में सारा सिंह की मौत हो गई थी। तब वह अमनमणि त्रिपाठी के साथ कार पर सवार होकर लखनऊ से दिल्ली की तरफ जा रही थीं। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है। इसी मामले में जेल में रहते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अमनमणि ने जीत दर्ज की थी।

-एजेंसी