मोहम्मद अजहरुद्दीन: …सफलता से लेकर बर्बादी तक का वो मंजर जिसकी किसी ने कल्पना नहीं की थी

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मोहम्मद अजहरुद्दीन ने साल 1984 में टीम इंडिया के लिए इंग्लैंड के खिलाफ अपना डेब्यू किया था। अजहर ने अपने डेब्यू मैच में ही शतक ठोककर सनसनी मचा दी थी, सिर्फ डेब्यू में ही नहीं, बल्कि अगले दो मैच में भी उन्होंने शतक जड़कर हैट्रिक बना दी। अजहर का यह रिकॉर्ड आज तक कायम है। दुनिया के किसी बल्लेबाज ने करियर के अपने शुरुआती तीन मैचों में लगातार शतक जमाया है।

डेब्यू टेस्ट के बाद से ही अजहर की करियर निकल पड़ी। जल्द ही उन्हें वनडे में भी मौका मिल गया। इसके साथ ही 1989 में उन्हें टीम की कमान भी सौंप दी गई। अजहर ने टीम इंडिया के लिए 47 टेस्ट और 174 वनडे में कप्तानी की। टेस्ट कप्तानी में उन्होंने टीम इंडिया को 14 और 103 वनडे मैचों में जीत दिलाई। अजहर का यह रिकॉर्ड लंबे समय तक बना रहा।

99 टेस्ट पर रुक गया करियर

टीम इंडिया के लिए मोहम्मद अजहरुद्दीन का करियर साल 2000 से पहले तक शानदार चल रहा था, लेकिन जैसे ही उनका नाम कथित तौर पर मैच फिक्सिंग में आया उनके लिए सब कुछ खत्म हो गया। जिस अजहर को देश भर के क्रिकेट फैंस अपना हीरो मानते रहे उन्हें गहरा सदमा लगा। लोग सड़कों पर उतर आए और उनके पुतले जलाए गए। मैच फिक्सिंग की इस घटना से भारतीय क्रिकेट में भूचाल सा आ गया।

फिक्सिंग में नाम सामने आने के बाद उनका करियर 99 टेस्ट मैच पर रुक गया और वनडे में वह 10 हजार रन बनाने से चूक गए। इस घटना के कारण ही अजहर की महानता फीकी पड़ गई।

99 स्टे मैच में अजहर ने टीम इंडिया के लिए 45.03 की औसत से 6215 रन बनाए जिसमें 22 शतक और 21 अर्धशतक शामिल थे। इसके अलावा वनडे में उन्होंने 9378 रन बनाए जिसमें 7 शतक और 58 अर्धशतक रहा।

मोहम्मद अजहरुद्दीन का रिकॉर्ड

मोहम्मद अजहरुद्दीन ना सिर्फ एक बेहतरीन बल्लेबाज थे बल्कि वह अपनी शानदार फील्डिंग के लिए भी खूब मशहूर हुए। रिकॉर्ड की बात करें तो अजहर ने वनडे में भारत की ओर से एक नॉन विकेटकीपर के तौर पर सबसे ज्यादा कैच लेने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। अजहर ने कुल 156 कैच लिए हैं। अजहर के बाद विराट कोहली हैं जिन्होंने 151 कैच लिए हैं।

इसके अलावा अजहर दुनिया के कुछ उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने अपने आखिरी टेस्ट मैच में भी शतक लगाने का कारनामा किया है। वहीं उनकी कप्तानी के दौरान भारत ने 14 टेस्ट मैच और 103 वनडे मैच जीतकर, इतिहास रचा था जो बाद में टेस्ट मैच का रिकॉर्ड सौरव गांगुली और वनडे का एमएस धोनी ने तोड़ा।

-एजेंसी