जम्मू और कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता महबूबा मुफ़्ती ने एक बार फिर से ये कहा है कि वो विधानसभा चुनाव तब तक नहीं लड़ेंगी जब तक कि संविधान के ख़त्म कर दिए गए अनुच्छेद 370 के प्रावधान को फिर से बहाल न कर दिया जाए.
हालांकि उन्होंने ये भी साफ़ किया कि नजदीकी भविष्य में उन्हें विधानसभा चुनाव की कोई संभावना नहीं दिखती. वे बेंगलुरु में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं.
उन्होंने कहा- “मैंने तो बोला है कि असेंबली तो मैंने कभी लड़ना नहीं है, जब तक 370 रीस्टोर नहीं होता है. पार्लियामेंट का चुनाव लड़ने के बारे में सोच सकती हूं कि लड़ें न लड़ें, लेकिन मैंने बोला है कि हम असेंबली नहीं लड़ेंगे जब तक कि 370 रीस्टोर नहीं होता है.”
उन्होंने पीडीपी की मौजूदा स्थिति का भी जिक्र किया.
महबूबा मुफ़्ती ने कहा है कि “जहां तक मेरी पार्टी का सवाल है, ये पूरी तरह से टूट गई है लेकिन कार्यकर्ता मेरे साथ हैं और हम इसे फिर से खड़ा कर रहे हैं.”
इससे पहले उन्होंने कहा था, “जब मैंने सदन के सदस्यता की शपथ ली थी, तो वो दो संविधानों के तहत था, जम्मू और कश्मीर का संविधान और भारत का संविधान, एक ही साथ दो झंडों से साथ.”
मार्च में दिए इस बयान में महबूबा ने कहा था, “हो सकता है कि बेवकूफ़ाना लगता है, लेकिन ये मेरे लिए भावनात्मक मुद्दा है.”
Compiled: up18 News