जानिए! क्या कह रही है भाजपा और सपा के ग्रहों की चाल…

Religion/ Spirituality/ Culture

आगरा। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीन चरण पूरे हो चुके हैं। इन तीन चरणों में हर व्यक्ति ने हर पार्टी की सियासत को करीब से देखा है। चुनाव से पहले भाजपा हो या फिर समाजवादी पार्टी, सभी में भगदड़ देखी गई लेकिन तीन चरणों के चुनाव संपन्न होने के बाद भगदड़ का माहौल तो थमा है लेकिन अब हर पार्टी अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही है। यूपी विधानसभा के तीन चरण पूरे हो चुके हो मगर सभी पार्टियों की कुंडली में बदली ग्रहों की चाल अभी भी इन पार्टियों के लिए मुसीबत खड़ी कर रही है। इस समय भाजपा और सपा के बीच कड़ी टक्कर है। ज्योतिष एवं वास्तु संस्थान के ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद मिश्र का कहना है कि जिस तरह से राजनीतिक पार्टियों की कुंडली में ग्रहों की चाल बदली है उससे भाजपा को फायदा होता हुआ दिखाई दे रहा है।

भाजपा की लग्न कुंडली में ग्रहों की चाल

ज्योतिषाचार्य अरविंद मिश्र ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी की 6 अप्रैल, 1980 को सुबह 11:15 बजे दिल्ली में नींव रखी गई थी। भाजपा की मिथुन लग्न की जन्म कुंडली है। भाजपा की कुंडली के तृतीय भाव में मंगल, गुरु, शनि और राहु बैठे हुए हैं। छठे भाव में चंद्रमा नीच का वृश्चिक राशि में है। बुध और केतु भाग्य स्थान में बैठे हुए हैं। सूर्य दशम भाव में बैठा है। शुक्र 12वें घर में है। यह भाजपा की कुंडली है। वर्तमान में भाजपा की कुंडली में चंद्रमा की महादशा चल रही है। जिसमें बृहस्पति का अंतर 21 नवंबर, 2022 तक चलेगा। चंद्रमा में बृहस्पति का अंतर पार्टी को विजय दिला सकता है।

सपा की लग्न कुंडली में ग्रहों की चाल

अरविंद मिश्र ने बताया कि 5 नवंबर 1992 को शाम 6 बजे लखनऊ में समाजवादी पार्टी की नींव रखी गई थी। समाजवादी पार्टी की कुंडली देखते हैं तो यह कुंडली वृष लग्न की कुंडली है। इसमें केतु लग्न में है। तृतीय भाव में मंगल है।पांचवें भाव में गुरू है। छठे भाव में सूर्य नीच का है। सप्तम घर में बुध, शुक्र और राहु हैं। भाग्य स्थान में शनि बैठे हुए हैं। चंद्रमा दशम घर में हैं। वर्तमान में पार्टी पर शनि की महादशा चल रही है। शनि की महादशा में बृहस्पति का अंतर चल रहा है। जो पांच मई-2023 तक रहेगा वहीं, 21 फरवरी तक केतु का प्रतियांतर भी चला है।

शनि करा रहा उथल-पुथल

ज्योतिषाचार्य ने बताया कि यदि समाजवादी पार्टी की ग्रह गोचर स्थिति देखें तो लग्न में राहु चल रहा। सप्तम घर में केतु चल रहा है। भाग्य स्थान में शनि है। समाजवादी पार्टी में जो उथल-पुथल हो रही है। उसकी पहली वजह 19 फरवरी तक केतु का अंतर रहा है। दूसरी स्थिति यह है कि, गोचर में राहु लग्न में बैठा है। लग्न कुंडली में केतु है। सप्तम घर में राहु है। केतु वहां चल रहा है। ऐसे में ग्रहों की कुछ ऐसी स्थिति है जिसकी वजह से परिवार में भी मतभेद है जिससे पार्टी को नुकसान हो रहा है। आगे आने वाले समय में भी पारिवारिक विवाद के कारण पार्टी को नुकसान हो सकता है।

सपा दे रही भाजपा को कड़ी टक्कर

ज्योतिषाचार्य ने बताया कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को चाहिए कि वे पार्टी में सामंजस्य बना कर रखें। परिवार का विवाद आड़े न आए। पार्टी की ग्रह स्थिति ज्यादा बढ़िया नहीं है। सपा मुखिया अखिलेश यादव को सोच समझ कर के अपनी बात जनता के बीच में रखनी चाहिए और सोच समझ कर ही निर्णय लेने होंगे।

ज्योतिषाचार्य अरविंद कुमार मिश्र का कहना है कि भले ही समाजवादी पार्टी भाजपा को कड़ी टक्कर दे रही है लेकिन जो पार्टी की ग्रह दशा और ग्रहों की चाल है वह भाजपा के मुताबिक है। इसलिए भाजपा जीत की ओर अग्रसर है।