अयोध्‍या में भीड़ को देखते हुए बनाया जा रहा है सुग्रीव पथ नामक नया कॉरिडोर

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अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से प्रतिदिन लगभग 2 से ढाई लाख श्रद्धालु रामलला का दर्शन करने आ रहे हैं। इसके अलावा देश के कोने कोने से वीवीआईपी के दौरे भी लगातार लग रहे हैं। इसे लेकर आए दिन जाम की समस्या सामने आ रही है। लोगों को प्राण प्रतिष्‍ठा कार्यक्रम के बाद राम पथ पर टेढ़ी बाजार से ले‍कर लता मंगेशकर पार्क तक पैदल यात्रा करनी पड़ रही है। अयोध्‍या के नागरिक भारी भीड़ के चलते परेशान हैं। इसे देखते हुए सरकार भीड़ को विभाजित करने के लिए नए कॉरिडोर को निर्माण करने का फैसला किया है।

11.81 करोड़ की लागत से बनेगा सुग्रीव पथ

अयोध्या में हनुमानगढ़ी मंदिर से रामजन्मभूमि मंदिर तक बनने वाले सुग्रीव पथ पर लगभग 11.81 करोड़ की लागत आएगी। इसमें से 5.1 करोड़ का उपयोग भूमि अधिग्रहण के लिए किया जाएगा। कॉरिडोर की चौड़ाई लगभग 17 मीटर होगी। पथ के 5 मीटर दोनों तरफ पैदल मार्ग के विकास के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

लोक निर्माण विभाग करेगा निर्माण

अयोध्या में बनने वाले सुग्रीव पथ के निर्माण के लिए कार्यदाई संस्था लोक निर्माण विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई है। लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियन्ता एसबी सिंह ने बताया कि सुग्रीव पथ के निर्माण के लिए पहले भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके बाद निर्माण कार्य प्रारंभ होगा।

चार पथ और बनेगें– कुछ समय में अयोध्या में व्यापक परिवर्तन हुए हैं। विश्व पटल पर अयोध्या तीव्र गति से एक वैश्विक पर्यटन नगरी के रूप में उभर कर आई है। यहां पर व्यापक स्तर पर जहां काम हो रहे हैं वहीं बहुत सी परियोजनाएं प्रस्तावित भी हैं। डीएम नितीश कुमार ने बताया कि अयोध्या धाम में चार कॉरिडोर राम पथ, श्री राम जन्म भूमि पथ, भक्ति पथ, धर्म पथ का कार्य पूर्ण हो चुका है। दशरथ पथ, सुग्रीव पथ का कार्य प्रगति पर है। लक्ष्मण पथ, क्षीर सागर पथ, अवध आगमन पथ का कार्य प्रस्तावित है।

गलियों का भी चौड़ीकरण होगा

इसी के साथ ही अयोध्या धाम में विभिन्न मार्गों एवम् गलियों का चौड़ीकरण के साथ अयोध्‍या को अन्‍य जिलों से जोड़ने वाले मार्गों को उच्चीकृत कर आधुनिक रोड फर्नीचर से सुसज्जित किया जा रहा है। रिकार्ड समय में महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट बनकर तैयार हो कर संचालित हो रहा है। इसकी विस्‍तार येाजना पर भी काम शुरू होने जा रहा है। अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन के फेज वन के उच्चीकरण का कार्य पूर्ण हो गया है।

इसी के साथ ही यहां के ऐतिहासिक भवनों, मठ–मंदिरों एवं घाटों, कुंडों आदि को उसी वास्तुकला एवं सामग्री का प्रयोग कर संरक्षित कर वही स्वरूप प्रदान करने का कार्य चरणवद्ध रूप से किया जा रहा है। 84 कोसी, 14 कोसी एवम् पंचकोसी परिक्रमा के समीप/किनारे स्थित पौराणिक कुंडों, ऐतिहासिक स्थलों को संरक्षित एवम् जीवंत करने का कार्य किया जा रहा है।

-एजेंसी