हमास का टारगेट थे इसराइल और सऊदी अरब के संबंध: जो बाइडन

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इस हमले में 1400 लोग मारे गए थे जिनमें इसराइल के अलावा कई देशों के लोग शामिल थे.

रॉयटर्स न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक़ बाइडन ने कहा है, “हमास के इसराइल पर हमले का एक कारण ये भी है कि… वो जानते थे कि मैं सऊदी के साथ बैठक करने वाला था.”

सऊदी अरब और इसराइल के बीच संबंध ऐतिहासिक रूप से ख़राब रहे हैं, हालांकि माना जाता है कि सऊदी अरब ने अपने पड़ोसी देशों संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन को 2020 में इसराइल से संबंध बहाल करने का समर्थन किया था.

7 अक्तूबर के हमले और इसराइल की ग़ज़ा पर बमबारी के बाद सऊदी अरब के वरिष्ठ राजनेता और सम्मानित बुज़ुर्ग प्रिंस तुर्की अल फैसल ने सार्वजनिक तौर पर हमास और इसराइल की नागरिकों पर हमला करने के लिए आलोचना की है.

प्रिंस तुर्की अल फैसल ने कहा था कि इस युद्ध में कोई हीरो नहीं है, सिर्फ़ पीड़ित है.

हमास ने दो अमेरिकी बंधकों को रिहा किया

हमास ने 7 अक्तूबर के हमले के दौरान बंधक बनाए गए दो लोगों को रिहा कर दिया है. ये हमले के बाद किसी बंधक की पहली रिहाई है.

हमास ने बताया है कि एक मां और बेटी को मानवीय कारणों की वजह से रिहा किया गया है. क़तर ने बंधकों की रिहाई के लिए मध्यस्थता की थी. रिहा की गईं जूडिथ और नैटली रानन की पहली तस्वीरें आई हैं.

राष्ट्रपति जो बाइडन ने उनकी रिहाई पर ख़ुशी ज़ाहिर की है और एक बयान जारी कर कहा है कि अग़वा किए गए दस अन्य अमेरिकी नागरिकों की रिहाई के लिए वो 24 घंटे काम कर रहे हैं.

व्हाइट हाउस के मुताबिक़ राष्ट्रपति बाइडन ने जूडिथ और नैटली से फ़ोन पर बात की है. महिलाओं की रिहाई में मदद करने वाली संस्था रेड क्रॉस ने कहा है कि ये रिहाई उम्मीद की एक किरण है.

वहीं बंधकों कि रिहाई के बाद मीडिया से बात करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि क़तर ने बंधकों की रिहाई में मध्यस्थता की है. हालांकि उन्होंने इस बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी.

Compiled: up18 News