एथिक्स कमेटी के सामने अपने बयान दर्ज कराने पहुंचे जय अनंत देहाद्रई

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आचार समिति के पास भेजा था मामला

दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को दी गई शिकायत में देहाद्रई द्वारा की तरफ से शेयर किए गए डॉक्यूमेंट का उल्लेख किया था। दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में आरोप लगाया था कि मोइत्रा की तरफ से लोकसभा में हाल के दिनों तक पूछे गए 61 प्रश्नों में से 50 अडानी समूह पर केंद्रित थे। इस मामले में लोकसभा स्पीकर ने बीजेपी के सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली आचार समिति को भेज दिया था।

लोक सभा की ऐथिक्स कमेटी में भाजपा के अलावा कांग्रेस, शिवसेना, बसपा, सीपीएम, वाईएसआर कांग्रेस और जेडीयू के सांसद भी सदस्य के तौर पर शामिल हैं।

कमेटी के चेयरमैन विनोद सोनकर पहले ही यह कह चुके हैं कि कमेटी महुआ मोइत्रा को भी अपना पक्ष रखने का मौका देगी। इसके लिए उन्हें भी भविष्य में कमेटी के सामने अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया जाएगा। विनोद सोनकर ने यह भी बताया था कि दर्शन हीरानंदानी का एफिडेविट भी कमेटी को प्राप्त हो गया है।

NIC करेगी जांच में सहयोग

केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को कहा था कि एनआईसी मोइत्रा के खिलाफ दुबे की तरफ से लगाए गए आरोपों की जांच में संसद की आचार समिति को ‘पूरा सहयोग’ देगा।

इससे पहले बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने वैष्णव को 15 अक्टूबर को लिखे अपने पत्र में दुबे ने मोइत्रा के खिलाफ आरोपों को ‘अत्यंत गंभीरता’ से लेते हुए तृणमूल सांसद के लोकसभा अकाउंट के लॉगिन के संबंध में ‘आईपी एड्रेस’ की जांच कराने की मांग की थी। उन्होंने यह पता लगाने का आग्रह किया कि क्या कभी उनके अकाउंट को उस स्थान से लॉगिन किया गया, जहां वह मौजूद नहीं थीं।

Compiled: up18 News


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