आईटीसी ने लिया होटल कारोबार के डिमर्जर का फैसला, शेयर धारकों का होगा फायदा

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सैद्धांतिक रूप से होटल बिजनेस के डिमर्जर को जो मंजूरी दी गई उसके मुताबिक होटल बिजनेस वाली कंपनी में 40 फीसदी हिस्सेदारी कंपनी के पास रहेगी. बाकी 60 फीसदी हिस्सेदारी आईटीसी के शेयरधारकों के पास होगी. आईटीसी में शेयरधारकों की होल्डिंग के आधार पर उस अनुपात में नई कंपनी के शेयर्स दिए जायेंगे.

कंपनी के बोर्ड ने पैरेंट कंपनी से डिमर्जर के बाद अलग होने वाली नई सब्सिडियरी कंपनी का नाम भी तय कर लिया है. नई कंपनी का नाम आईटीसी होटल्स लिमिटेड रखा गया है. और एक रुपये कंपनी के शेयर का फेस वैल्यू होगा.

आईटीसी ने डिमर्जर के फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि, कंपनी के बोर्ड का मानना है होटल कारोबार तेजी के साथ बढ़ते हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में अलग इकाई के रूप में ग्रोथ करने के लिए पूरी तरह तैयार है. कंपनी ने कहा कि नई होटल इकाई का फोकस बिजनेस के साथ कैपिटल फॉर्मेशन पर रहेगा. साथ ही आईटीसी की संस्थागत ताकत, ब्रांड इक्विटी और गुडविल का फायदा उसे मिलता रहेगा. देशभर में 70 स्थानों पर आईटीसी के 11,600 कमरों साथ 120 होटल्स मौजूद है.

बाजार को लंबे समय से इस खबर के सामने आने का इंतजार था. जिसके चलते हाल के दिनों में आईटीसी के शेयर में शानदार तेजी देखी गई थी. लेकिन सोमवार को इस खबर के सामने आने के बाद आईटीसी के शेयर में 3.87 फीसदी की गिरावट देखी गई और आईटीसी का स्टॉक बाजार बंद होने पर 470.90 रुपये पर क्लोज हुआ है.

– एजेंसी