ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने 22 साल की महिला महसा अमीनी की मौत और उसे लेकर देश में हो रहे ज़बरदस्त विरोध प्रदर्शनों पर कहा है कि अमीनी की मौत से ‘पूरा देश दुखी है’ लेकिन जिस तरह की ‘अव्यवस्था’ फैलाई जा रही है वो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़ एक स्थानीय मीडिया को दिए इंटरव्यू में रईसी ने कहा, “हम सभी इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से दुखी हैं लेकिन अव्यवस्था फैलाने को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. सरकार के लिए लोगों की सुरक्षा सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण है. किसी को दंगा करके लोगों की शांति भंग करने की इजाज़त नहीं दी जा सकती.”
13 सितंबर को तेहरान में 22 साल की महसा अमीनी की मौत हो गई थी. उन्हें तेहरान की ‘मोरैलिटी पुलिस’ ने हिज़ाब ठीक से ना पहनने के मामले में गिरफ़्तार किया था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
इसके बाद देश के 80 से अधिक शहरों में इस मौत के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. विरोध में ईरानी महिलाएं हिज़ाब और हेड स्कार्व्स आग के हवाले कर रही हैं, तो कई महिलाओं के खुद के बाल काटते हुए वीडियो सामने आ रहे हैं.
प्रदर्शनकारियों पर पुलिस आंसू गैस और कुछ मामलों में गोला-बारूद का उपयोग भी कर रही है. सुरक्षा बलों की कार्रवाई के बावजूद प्रदर्शन रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं.
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया जिसमें ईरानी लोग “तानाशाह की मौत” के नारे लगाते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
-एजेंसी