ईरान की जेल में बंद सामाजिक कार्यकर्ता नर्गिस मोहम्मदी को शांति का नोबेल पुरस्कार मिलने की घोषणा के बाद ईरान के मीडिया ने उनकी आलोचना की है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़ ईरानी मीडिया ने मोहम्मदी पर ‘आतंकी समूहों के साथ मिलकर काम करने’ और ‘ईरान विरोधी गतिविधियों’ में शामिल होने के आरोप लगाये हैं.
51 वर्षीय पत्रकार और कार्यकर्ता नर्गिस मोहम्मदी ने बीते दो दशकों में अधिकतर समय अलग-अलग आरोपों के तहत जेल में बिताया है.
उन पर सरकार विरोधी प्रॉपेगैंडा करने और राष्ट्रीय सुरक्षा को ख़तरा पहुंचाने के भी आरोप हैं. पिछली बार उन्हें नवंबर 2021 में जेल में डाला गया था.
वहीं ईरान के विदेश मंत्री नासेर कनानी ने मोहम्मदी को नोबेल पुरस्कार दिए जाने के फैसले को पक्षपातपूर्ण और राजनीतिक कहा है.
ईरान के मीडिया ने नर्गिस मोहम्मदी और नोबेल पुरस्कार समिति की आलोचना की है.
Compiled: up18 News
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