कोविड को लेकर सरकार अलर्ट मोड में, सभी राज्यों को ऑक्सीजन की आपूर्ति पूरी करने के निर्देश

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सरकार हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार

स्वास्थ्य मंत्रालय के अपर सचिव द्वारा जारी इस पत्र में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी प्रबंधन के लिए मेडिकल ऑक्सीजन एक जरूरी संसाधन है। गंभीर स्थिति में ऑक्सीजन लोगों की जान बचाने के लिए जरूरी है। कोरोना महामारी के दौरान भारत सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पीएसए प्लांट्स, ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स, ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य ऑक्सीजन के बुनियादी संसाधनों को स्थापित करने का समर्थन किया था। इसके साथ ही गंभीर स्थिति के लिए सरकार ने वेंटिलेटर्स को भी बढ़ाया।

हर हफ्ते राज्यों से साथ होती है बैठक

स्वास्थ्य मंत्रालय हर हफ्ते सभी राज्यों की समीक्षा बैठक करता है, जिसमें मेडिकल ऑक्सीजन को लेकर चर्चा होती है। अगर राज्यों से किसी तरह की शिकायत या सुझाव मिलते हैं तो उस पर भी काम किया जाता है। फिलहाल देश में कोरोना के मामले कम हैं, लेकिन फिर भी इसमें हल्का उछाल देखा जा रहा है। इसे ध्यान में रखकर भविष्य में आने वाली किसी भी तरह की चुनौतियों का सामना करने के लिए मेडिकल हेल्थ का बुनियादी ढांचा सबसे जरूरी है। इसलिए सभी राज्यों में मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति का ध्यान रखें।

ऑक्सीजन को लेकर क्या दिए निर्देश?

सभी पीएसए प्लांट्स को चालू रखें और उन्हें चेक करने के लिए नियमित तौर पर मॉक ड्रिल करते रहें।
हेल्थ सर्विस में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (LMO) की उपलब्धता और उनकी रिफिलिंग के लिए कोई रुकावट नहीं आनी चाहिए।
बैकअप स्टॉक और ऑक्सीजन सिलेंडरों की सूची तैयार रखें, जिससे जरूरत पड़ने पर रिफिलिंग सिस्टम को तेज किया जा सके।
वेंटीलेटर्स, बीआईपीएपी और SpO2 सिस्टम जैसी सुविधाएं उपलब्ध रखें।
इमरजेंसी के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्तर पर ऑक्सीजन कंट्रोल रूम को फिर से एक्टिव किया जाना चाहिए।

Compiled: up18 News