सरकार ने स्टार्टअप के लिए जो इकोसिस्टम तैयार किया है उसका फायदा मिलता दिख रहा है। हुरून इंडिया ग्लोबल यूनिकॉर्न इंडेक्स 2022 की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक इस साल की पहली छमाही में यूनिकॉर्न स्टार्टअप के मामले में भारत ने चीन को पीछे छोड़ दिया है। हुरून ग्लोबल यूनिकॉर्न इंडेक्स 2022 की जानकारी के मुताबिक पहली छमाही में पूरी दुनिया में 254 नए यूनिकॉर्न बने। अमरीका ने इस दौरान कुल 138 नए यूनिकॉर्न जोड़े जो सबसे ज्यादा है।
पहली छमाही में 14 नए यूनिकॉर्न बने
अमेरिका के बाद भारत का नंबर आता है। जनवरी से जून 2022 के बीच भारत में 14 नए यूनिकॉर्न बने जिसके साथ कुल यूनिकॉर्न की संख्या 68 हो गई। चीन ने पहली छमाही में 11 नए यूनिकॉर्न जोड़े और कुल यूनिकॉर्न की संख्या 312 है। कुल संख्या में भारत तीसरे पायदान पर है। चौथे पायदान पर इंग्लैंड है। वहां कुल 46 यूनिकॉर्न हैं। पहली छमाही में लिस्ट में 7 नए नाम जुड़े। टिकटॉक दुनिया की सबसे वैल्युएबल यूनिकॉर्न स्टार्टअप है। इसकी वैल्युएशन 200 बिलियन डॉलर है। इसकी वैल्युएशन 350 बिलियन डॉलर पर पहुंच गई थी जिसमें 43 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
बायजू सबसे ज्यादा वैल्यु वाली यूनिकॉर्न
भारत में 68 यूनिकॉर्न हैं, जिसमें सबसे ज्यादा वैल्यु ऑनलाइन एजुकेटर बायजू की है। बायजू की वैल्युएशन 22 बिलियन डॉलर है। उसके बाद स्विगी की वैल्युएशन 11 बिलियन डॉलर है। तीसरे नंबर पर Dream11 है जिसकी वैल्युएशन 8 बिलियन डॉलर है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारतीय लोगों ने विदेशों में जाकर 56 यूनिकॉर्न तैयार किए हैं। अगर इस संख्या को शामिल कर लिया जाए तो कुल यूनिकॉर्न की संख्या 124 पर पहुंच जाती है।
जुटाई है 63 बिलियन डॉलर की राशि
इधर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि भारत में सौ से अधिक यूनिकॉर्न कंपनियां हैं जिनका कुल मूल्य 250 बिलियन डॉलर है और ये यूनिकॉर्न पिछले कुछ वर्षों में 63 बिलियन डॉलर से अधिक राशि जुटाने में सफल रहे हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि सिलिकॉन वैली में भी करीब 25 फीसदी स्टार्टअप का प्रबंधन भारतीय मूल के लोगों के हाथों में ही है जो देश के लिए बेहद गर्व की बात है।
250 बिलियन डॉलर की वैल्युएशन
वित्त मंत्री ने कहा कि देश में स्टार्टअप परिवेश बहुत अच्छी तरह से विकसित हुआ है और इन सभी 100 यूनिकॉर्न का कुल मूल्य 250 बिलियन डॉलर है। ये यूनिकॉर्न पूंजी बाजार से अब तक 63 बिलियन डॉलर जुटाने में कामयाब रहे हैं। एक बिलियन डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाले स्टार्टअप को यूनिकॉर्न कहा जाता है।
-एजेंसी