संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद यानी UNHRC में भारत ने पाकिस्तान के आरोपों का जवाब दिया है. पाकिस्तान की विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार ने भारत पर सवाल उठाए थे. हिना रब्बानी ने कश्मीर, हथियारों और दक्षिण एशिया में शांति की बात करते हुए भारत पर उंगली उठाई थी.
हिना रब्बानी ने भारत को पाकिस्तान के लिए ख़तरा भी बताया था. साथ ही कश्मीर के मुद्दे पर उन्होंने कहा था कि भारत कश्मीरियों को सज़ा दे रहा है, उनकी ज़मीनों के पट्टे ख़त्म कर रहा है और उनके घरों को तोड़ रहा है.
हिना रब्बानी के आरोपों पर अब भारत ने राइट टू रिप्लाई के तहत जवाब दिया है.
यूएनएचआरसी में भारत की प्रतिनिधि सीमा पुजानी ने कहा, “आज पाकिस्तान में कोई अल्पसंख्यक समुदाय आज़ाद रहकर अपने धर्म को नहीं मान सकता. दुनियाभर में मारे गए हज़ारों नागरिकों की मौत के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान ज़िम्मेदार है.”
पुजानी ने पाकिस्तान पर यूएनएचआरसी के मंच का ग़लत इस्तेमाल करने और भारत के ख़िलाफ़ प्रोपेगेंडा फ़ैलाने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, “बीते दशक में पाकिस्तान की ख़ुद की एजेंसी के पास ज़बरदस्ती ग़ायब किए जाने की आठ हज़ार से ज़्यादा शिकायतें आईं. स्टूडेंट्स, टीचर्स, डॉक्टर्स लगातार मुल्क में ग़ायब हो रहे हैं. ईसाइयों के साथ बर्ताव और बदतर हुआ है. हिंदुओं और सिखों को निशाना बनाया जाता रहा है. कम उम्र की लड़कियों का ज़बरदस्ती धर्म परिवर्तन करवाया जाता है.”
भारत ने ओसामा बिन लादेन, मसूद अज़हर जैसे चरमपंथियों को पनाह देने और आतंकवाद फ़ैलाने का आरोप भी पाकिस्तान पर लगाया.
पुजानी ने कहा, “पाकिस्तान का भारत के प्रति ऑब्सेसन तब दिख रहा है, जब पाकिस्तान की जनता रोज़ी रोटी, ज़िंदगी और आज़ादी के लिए लड़ रही है. ये बताता है कि उनकी प्राथमिकताएं कितनी ग़लत हैं. मैं पाकिस्तान के अधिकारियों और नेताओं को सलाह देना चाहूंगी कि वो पाकिस्तान की आवाम के हित में ध्यान लगाएं न कि आधारहीन प्रोपेगेंडा फैलाने में.”
यूएन वॉच के ट्विटर हैंडल पर हिना रब्बानी खार का एक और वीडियो शेयर किया गया.
इस वीडियो में वो कहती हैं, “पाकिस्तान देश और विदेश में मानवाधिकारों की रक्षा और प्रसार के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. ये वादा हमारे देश के दिल में है. इस बात ने हमारे संविधान, क़ानून और नीतियों को बनाया है.”
Compiled: up18 News