आगरा: आरोग्य फाउंडेशन के राष्ट्रीय अधिवेशन में बोले संघ प्रचारक दिनेश, आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को गांव-गांव तक पहुंचाना है

Press Release

आगरा। कश्मीर से कन्याकुमारी अलग-अलग बोली अलग-अलग वेषभूषा मगर लक्ष्य एक भारत को रोग मुक्त करना है। आरोग्य फाउंडेशन ऑफ इंडिया एकल अभियान के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का शनिवार को बाग फरजाना स्थित संस्कृति भवन में उदघाटन हुआ, जिसमें देश के 14 राज्यों से आईं आरोग्य सेविकाओं और उन्हें प्रशिक्षित करने वाले कार्यकर्ता सहित कुल 300 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

अधिवेशन का उदघाटन आएएसएस के वरिष्ठ प्रचारक व विहिप के मार्गदर्शक दिनेश ने किया ने किया। केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल आयोजन में शामिल नहीं हो सके। वरिष्ठ प्रचारक दिनेश ने कहा कि देश की आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को हमें गांव-गांव तक पहुंचाना है, निरोगी काया के लिए यह आज की सबसे पड़ी जरूरत है। आरोग्य भारती से जुड़े सभी चिकित्सकों का आह्वान करते हुए कहा कि फाउंडेशन से न्यूनतम पांच चिकित्सकों को जोड़ने का काम करना चाहिए।

मुख्य अतिथि आरोग्य फाउण्डेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष सजन बंसल ने कहा कि संघ वर्तमान में चार लाख गांवों को अपना कार्यक्षेत्र मानता है, तीन लाख गांवों में संघ पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि अन्धेरा कितना भी घना हो मगर दीप जलना चाहिए

आयोजन समिति के अध्यक्ष पूरन डावर ने स्वागत भाषण में देश के विभिन्न प्रांतों से आईं आरोग्य सेविकाओं के अनुभव कथन सुनकर जज्बे की प्रशंसा करते हुए इस मिशन को मील का पत्थर बताया।

आरोग्य एवं प्रकल्प के केन्द्रीय मार्गदर्शक डॉ. मुकुल भाटिया ने प्रकल्प के कार्यक्षेत्रों पर प्रकाश डाला।

महासचिव मनोज मोदी, आरोग्य एकल अमेरिका के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता, केंद्रीय कार्यसमिति आरोग्य फाउण्डेशन अध्यक्ष रमेश माहेश्वरी, ट्रस्टी आरोग्य फाउण्डेशन ऑफ इंडिया रमेश सरावगी, एकल आरोग्य प्रकल्प के अध्यक्ष डॉ. रघुनन्दन मेहता, केंद्रीय कार्यकारिणी के सचिव आरोग्य फाउण्डेशन सतीश सहित कई अन्य पदाधकारियों ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। इस मौके पर फाउंडेशन की एक वार्षिक स्मारिका का विमोचन भी हुआ।

इस दौरान कर्नाटक, झारखंड, गुजरात, असम, छत्तीसगढ़ आदि प्रदेश से आईं आरोग्य सेविकाओं ने अपनी संस्कृति को प्रदर्शित करती हुई सामूहिक नृत्य भी प्रस्तुत की।

इस अवसर पर लघु उद्योग निगम के उपाध्यक्ष राकेश गर्ग, पूर्व महापौर इंद्रजीत आर्य, डॉ. एसके कालरा, डॉ. अरुण चतुर्वेदी, डॉ. अंकुर बंसल, मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. प्रशान्त गुप्ता, डॉ. राजेंद्र बंसल, डॉ. डीपी गोयल, हरी राम भदौरिया, मुरारी लाल फतेहपुरिया, रामदेव शर्मा, मुकेश चन्द्र शर्मा, मनोज शर्मा, संजय खरते आदि मौजूद रहे। संचालन अखिलेश शर्मा ने किया।