आगरा जनपद के कस्बा बाह स्थित तहसील मुख्यालय परिसर में तहसीलदार कार्यालय में लेखपालों और अधिवक्ताओं में पत्रावली को लेकर दोनों पक्षों के विवाद में अधिवक्ताओं की तरफ से मुकदमा दर्ज नहीं होने पर आक्रोशित अधिवक्ताओं ने कार्य को कलम बंद हड़ताल कर धरने पर बैठ गए। अधिवक्ताओं का दूसरे दिन भी धरना जारी रहा।
आपको बता दें कस्बा बाह स्थित तहसील परिसर में बुधवार को तहसीलदार कार्यालय पर लेखपालों अधिवक्ताओं में पत्रावली मामले में कहासुनी को लेकर आमने-सामने आ गए थे। दोनों पक्षों में विवाद के साथ जमकर मारपीट हाथापाई हुई थी। जिसे लेकर लेखपालों और अधिवक्ताओं दोनों पक्षों ने आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए थाने में प्रार्थना पत्र देकर पुलिस से कार्रवाई की मांग की थी। जिसमें पुलिस ने लेखपालों की तरफ से तीन अधिवक्ताओं पर मुकदमा दर्ज किया।
तो वही अधिवक्ताओं की प्रार्थना पत्र पर लेखपालों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की गई थी। जिसे लेकर गुरुवार को बार एसोसिएशन बाह के नेतृत्व में आक्रोशित अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर में कलम बंद कर हड़ताल कर दी थी।और परिसर में धरने पर बैठ गए। अधिवक्ताओं ने तहसील अधिकारी कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की और मुख्यमंत्री पोर्टल पर ज्ञापन भेज उच्चाधिकारियों को मामले से अवगत कराकर दोषियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई को मांग की गई।
अधिवक्ताओं पर झूठा मुकदमा दर्ज कराने को लेकर शुक्रवार को तहसील परिसर में दूसरे दिन भी अधिवक्ताओं का हड़ताल धरना प्रदर्शन जारी रहा। धरना प्रदर्शन के दौरान अधिवक्ता मुदिस्सिर हुसैन की अचानक तबीयत बिगड़ गई जिन्हें राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
धरना प्रदर्शन कर रहे अधिवक्ताओं ने कहा कि जब तक साथी अधिवक्ताओं पर झूठा दर्ज मुकदमा वापस नहीं होगा तब तक वह हड़ताल जारी रखेंगे। वही तहसील परिसर में कोई काम नहीं हुआ। जिसके चलते ही राजस्व विभाग को लाखों रुपए का नुकसान होने की संभावना है। वही पूरे प्रकरण को लेकर आगरा जनपद के अधिवक्ताओं में रोष पनप रहा है।
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