न्यूज़क्लिक पर रेड के मामले में अनुराग ठाकुर ने कहा, स्‍पष्‍टीकरण देने की जरूरत नहीं

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समाचार एजेंसी पीटीआई की ख़बर के अनुसार, एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक नया मामला दर्ज किया है और जांच शुरू की है. कुछ समय पहले ही इस न्यूज़ पोर्टल पर चीन से फ़ंडिंग लेने के आरोप लगे थे और ईडी ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी.

ओडिशा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “मुझे स्पष्टीकरण देने की ज़रूरत नहीं है. अगर किसी ने गलत किया है तो उसके ऊपर जांच एजेंसियां काम करती हैं. ये कहीं नहीं लिखा है कि अगर आपके पास गलत तरीके से पैसा आया होगा, आपत्तिजनक कोई होगा तो उसके ऊपर जांच एजेंसी कार्रवाई नहीं कर सकती है. जांच एजेंसियां स्वतंत्र हैं, वो नियमों के तहत कार्रवाई करती है.” कई पत्रकारों को पुलिस अपने साथ ले भी गई है.

कुछ समय पहले ही इस न्यूज़ पोर्टल पर चीन से फंडिंग लेने के आरोप लगे थे और ईडी ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी. हालांकि अब तक किसी को गिरफ़्तार किए जाने की ख़बर नहीं है. दिल्ली पुलिस की प्रतिक्रिया का इंतज़ार है.
पत्रकार अभिसार शर्मा ने एक ट्वीट में कहा, “दिल्ली पुलिस मेरे घर पहुंची है. पुलिस मेरा लैपटॉप और फ़ोन ले जा रही है.”

समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया है कि चीन से फंडिंग के मामले में 30 से ज़्यादा स्थानों पर छापेमारी जारी है.
पत्रकार भाषा सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा, “इस फ़ोन से ये मेरा अंतिम ट्वीट है. दिल्ली पुलिस ने मेरा फ़ोन जब्त कर लिया है.

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने कहा, ”पत्रकारों और न्यूज़क्लिक से जुड़े लोगों के घरों पर छापेमारी बेहद चिंताजनक है. हम मामले पर नज़र बनाए हुए हैं. हम पत्रकारों के साथ खड़े हैं और सरकार से मांग करते हैं कि और जानकारी दी जाए.”

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने अगस्त में क्या कहा था?

अगस्त में भी ये न्यूज़ पोर्टल चर्चा में था. इस वेबसाइट का हवाला देते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर निशाना साधा था.

उन्होंने आरोप लगाया था, ”राहुल जी की नकली मोहब्बत की दुकान में चीनी सामान सामने आने लगा है.”
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि एक एजेंडे के तहत भारत के ख़िलाफ दुष्प्रचार किया जाता था.

अनुराग ठाकुर ने अगस्त में कहा था, ”हमने 2021 में ही न्यूज़ क्लिक के बारे में खुलासा किया कि कैसे विदेशी हाथ भारत के ख़िलाफ़ हैं, कैसे विदेशी प्रोपेगेंडा भारत के ख़िलाफ़ है. और एंटी इंडिया, ब्रेक इंडिया कैंपेन में कांग्रेस और विपक्षी दल उनके समर्थन में सामने आए.”

उन्होंने तब आरोप लगाया था कि चीनी कंपनियां न्यूज़ क्लिक को नेविल रॉय सिंघम के माध्यम से फंड कर रही थीं लेकिन उनके जो सेल्समेन हैं, वो हिंदुस्तानी हैं. और जब भारत सरकार ने न्यूज़ वेबसाइट के ख़िलाफ़ कार्रवाई की तो ये उनके समर्थन में आ गए.

पत्रकार भाषा सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा, “इस फ़ोन से ये मेरा अंतिम ट्वीट है. दिल्ली पुलिस ने मेरा फ़ोन जब्त कर लिया है.

Compiled: up18 News