राजस्थान के पाली में एक बच्ची से रेप का सनसनीखेज मामला सामने आया। जिसे लेकर जमकर बवाल देखने को मिल रहा। घटना 22 सितंबर की बताई जा रही जब एक प्राइवेट स्कूल के टीचर ने 4 साल की मासूम बच्ची के साथ गंदी हरकत की। बाद में बच्ची के घर वालों को बताया गया कि आप जल्द स्कूल आ जाओ। बच्ची की मां जब स्कूल पहुंची तो मासूम बच्ची का बुरा हाल था। उसने अपनी मां से कहा कि रवि सर ने गंदी हरकत की। इसके बाद बच्ची को अस्पताल लेकर जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि मासूम के प्राइवेट पार्ट में चोट आई है।
बच्ची से रेप तो लोगों का फूटा गुस्सा
बच्ची के परिजनों को जैसे ही इस मामले की पूरी जानकारी हुई तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। वो तुरंत ही पुलिस थाने पहुंचे और रिपोर्ट दर्ज करवाई। इसके बाद पुलिस ने रवि नाम के आरोपी अध्यापक को गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि मामला दबाने के लिए परिजनों को पैसे देने की भी बातें आईं। आठ दिन बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो गुस्साई भीड़ ने स्कूल में घुसकर तोड़फोड़ की। इधर, घटना के विरोध में शनिवार को शहर के निजी स्कूलों को बंद रखवाया गया।
बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा
बीजेपी ने राजस्थान के पाली में चार साल की बच्ची के साथ हुए बलात्कार का मसला उठाते हुए कांग्रेस पर अटैक किया। पार्टी ने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के रवैये पर सवाल उठाते हुए तीखा हमला बोला है। बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘राजस्थान के पाली में चार साल की बच्ची के साथ स्कूल टीचर ने बलात्कार किया। बच्ची के प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था। वो कहती रही कि टीचर ने गलत किया, पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।’
अमित मालवीय ने राहुल गांधी, प्रियंका और अशोक गहलोत पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी चुप हैं। अशोक गहलोत अभी तक बच्ची के घर नहीं गये। प्रियंका वाड्रा को तो जैसे सांप ही सूंघ गया है। कांग्रेस के नेताओं और प्रवक्ताओं को राजस्थान में महिलाओं और बच्चियों के साथ हो रहा अपराध नहीं दिख रहा है। शर्मनाक।’
इससे पहले मालवीय ने कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों की ओर से शासित राज्यों में ज्यादातर टॉप ऑफिसर्स के अपर कास्ट से होने से जुड़ी खबर को शेयर करते हुए राहुल गांधी पर कटाक्ष भी किया। दरअसल, लोकसभा में महिला आरक्षण से जुड़े बिल पर चर्चा के दौरान भाषण देते हुए कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा था कि मोदी सरकार में केवल तीन यूनियन सेक्रेटरी ही ओबीसी समुदाय के हैं।
बच्ची की मां ने पूरे मामले पर क्या कहा
परिजनों की ओर से पुलिस थाने में दी गई रिपोर्ट में बच्ची की मां ने बताया कि 22 सितंबर की दोपहर डेढ़ बजे स्कूल से फोन आया। मैं स्कूल पहुंची तो ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था और वह रो रही थी। बच्ची घर ले जाने की जिद भी करने लगी। उसके बाद सर ने भी इशारों में कहा कि आप बच्ची को उधर ही बैठा दो, वह ऐसे ही रो रही है। हालांकि बाद में बच्ची के स्कूल से बाहर आने पर उसने बताया कि सर ने गंदी हरकत की। जिसके बाद बच्ची को अस्पताल ले जाया गया और वहां पूरे मामले का खुलासा हुआ।
Compiled: up18 News
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