बिहार में फिर जहरीली शराब से 2 लोगों की मौत, अन्य 2 की आंखों से रौशनी गई

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घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। उनका आरोप है कि इलाके में खुलेआम देसी और विदेशी शराब की बिक्री हो रही है। पुलिस इस पर लगाम नहीं लगा पा रही। मोहल्ले की महिलाओं का कहना है कि सभी ने शनिवार शाम को शराब पी थी। रात से सभी की तबीयत बिगड़ने लगी।

रविवार सुबह-सुबह दो लोगों की मौत हो गई जबकि दो लोगों की आंखों की रौशनी जाने से उन्हें कुछ दिखाई नहीं दे रहा। महिलाओं ने आरोप लगाया कि यहां कोई शराबबंदी नहीं है। आसानी से शराब मिलता है।

शिवचंद्र पासवान पर शराब बेचने का आरोप

मरने वालों के मोहल्ले में रहने वाले शिवचंद्र पासवान द्वारा शराब बेचने की बात सामने आई है। घटना के बाद से वह फरार है। शराब छापेमारी के दौरान वह घर से फरार मिला। इसके बाद पुलिस टीम मौके से उसकी बेटी और पत्नी को हिरासत में ले लिया। इधर, घटना के बाद टाउन एएसपी अवधेश कुमार दीक्षित मौके पर पहुंचे। उनका कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।

मूर्ति विसर्जन के दौरान कुछ लोगों ने शराब पी थी

स्थानीय लोगों का कहना है कि लोगो के अनुसार विश्वकर्मा पूजा के एक दिन बाद यानी मूर्ति विसर्जन के दौरान कुछ लोगों ने शराब पी थी। जिसके बाद अगले सुबह तबियत खराब हो गई थी। उनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। इसी दौरान दो की मौत हो गई।

मरने वालों के बारे में जानिए

उमेश शाह (50)
परिजनों का कहना है कि उमेश साह पेंटर का काम करता था। परिवार गुवाहाटी में रहता है।
पप्पू राम (32)
पप्पू इलेक्ट्रीशियन का काम करता था। परिवार पोखरिया पीर इलाके में ही रहता है।

इनकी आंखो की रौशनी गई

राजू शाह (45)
राजू साह मजदूरी करता है। राजू और उसकी पत्नी का तलाक हो चुका था।
धर्मेंद्र कुमार (26)
धर्मेंद्र गैस वेंडर का काम करता था। परिवार पोखरिया पीर इलाके में ही रहता था।

Compiled: up18 News