इमरान खान के करीबी और पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी गिरफ्तार

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हिबा फवाद चौधरी ने कहा कि फवाद चौधरी को पुलिस और सादे कपड़े पहने लोगों ने गिरफ्तार किया। जियो न्यूज़ से बात करते हुए हिबा फवाद चौधरी ने कहा, ‘हमें यह नहीं बताया गया है कि फवाद को क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है?’

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म- एक्स पर फवाद की गिरफ्तारी की पुष्टि कर कहा, “फवाद को गिरफ्तार कर लिया गया और अज्ञात स्थान पर ले जाया गया।” बता दें कि फवाद कानून मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं।

जियो न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, करीब पांच महीने पहले मई 2023 में फवाद चौधरी को इस्लामाबाद में सुप्रीम कोर्ट (एससी) के बाहर गिरफ्तार किया गया था। उन्हें इमरान खान की पार्टी- पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) नेताओं और कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार किया गया था।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार फवाद चौधरी गिरफ्तारी से बचने के लिए सुबह 11 बजे (स्थानीय समय) से पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के अंदर मौजूद थे। हालांकि, शीर्ष अदालत परिसर से बाहर आने के बाद पाकिस्तान की कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अधिकारी ने गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि पीटीआई के पूर्व नेता फवाद चौधरी, वर्तमान में इस्तेहकाम-ए-पाकिस्तान पार्टी के सदस्य हैं।

प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार में सूचना और प्रसारण मंत्री रहे फवाद चौधरी के बारे में पाकिस्तान से प्रकाशित डॉन की रिपोर्ट में कहा गया, फवाद के भाई फैसल चौधरी ने भी गिरफ्तारी की पुष्टि की।

फैसल ने आरोप लगाया कि पूर्व संघीय मंत्री फवाद को “कुछ वर्दीधारी अधिकारियों ने सादे कपड़े पहने लोगों के साथ अपहरण कर लिया। कार्रवाई के समय फवाद इस्लामाबाद में अपने आवास पर नाश्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि “बार-बार आग्रह करने के बाद भी, उन्होंने कोई गिरफ्तारी वारंट या आदेश पेश नहीं किया। मुझे उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर आशंका है।”

गौरतलब है कि फवाद की गिरफ्तारी पीटीआई नेता असद कैसर को भ्रष्टाचार के एक मामले में हिरासत में लिए जाने के एक दिन बाद हुई है। बता दें कि बीते 9 मई को पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद भड़के दंगों के बाद पार्टी पर देशव्यापी कार्रवाई के तुरंत बाद फवाद ने पीटीआई से नाता तोड़ लिया था।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इसी साल जुलाई में लाहौर की एक आतंकवाद विरोधी अदालत ने पूर्व सूचना-प्रसारण मंत्री को 9 मई के दंगों से संबंधित दो आतंकी मामलों में अंतरिम गिरफ्तारी से पहले जमानत दे दी थी। हालांकि, कुछ दिनों बाद, पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) की अपील पर चुनावी निकाय और मुख्य चुनाव आयुक्त की अवमानना से संबंधित एक मामले में फवाद और इमरान के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।

खबरों के अनुसार, गैर-जमानती वारंट जारी होने के एक महीने बाद, उन्होंने आतंकवाद निरोधक अदालत (एटीसी) के समक्ष प्रत्येक मामले में 1,00,000 रुपये के जमानत बॉन्ड भरे। पाकिस्तान में 9 मई के विरोध प्रदर्शन के दौरान पीएमएल-एन के पार्टी कार्यालय पर हमले के संबंध में मॉडल टाउन पुलिस में दर्ज आतंकी मामलों में फवाद पर भी आरोप लगाए गए थे।

Compiled: up18 News