कोलेस्ट्रॉल एक ऐसा पदार्थ है, जो शरीर के लिए अच्छा भी है और बुरा भी। यही वजह है कि इसे दो नाम से जाना जाता है गुड कोलेस्ट्रॉल और बैड कोलेस्ट्रॉल। अच्छे को HDL (हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन) और बुरे को LDL (लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन) कहा जाता है। शरीर के बेहतर कामकाज के लिए गुड कोलेस्ट्रॉल की जरूरत होती है जबकि बैड कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से कई गंभीर जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं।
माना जाता है कि खून की नसों में जब इस मोम की तरह दिखने वाले पदार्थ की मात्रा बढ़ जाती है, तो ब्लड फ्लो धीमा हो सकता है जिससे दिल से जुड़े रोग, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ जाता है।
वास्तव में लीवर इसका निर्माण करता है लेकिन आपके द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ भी इसकी मात्रा बढ़ाते हैं। हम आपको कुछ ऐसी ही खाने की चीजों के बारे में बता रहे हैं, जो एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल का कारण बनती हैं। अगर आपको दिल को स्वस्थ रखना है, तो इनके सेवन से बचना चाहिए।
प्रोसेस्ड मीट
क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, बाजार में मिलने वाले फ्रोजन और पैक्ड मीट को ज्यादा दिनों तक ठीक रखने के लिए लंबी प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है। प्रोसेस्ड मीट के कुछ उदाहरण सॉसेज, हॉट डॉग, बेकन, फ्रोजन कबाब आदि हैं।
जंक फूड
जंक फूड विभिन्न तरह के तेल, मसाले और मैदा से बनते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने के काम करते हैं। इन खाद्य पदार्थों में चिप्स, नाचोस, मिल्क चॉकलेट, सोडा, फलों के स्वाद वाले पेय पदार्थ आदि शामिल हैं।
फ्राई फूड
Harvard Health के अनुसार, तेल में तले हुए खाद्य पदार्थ आपके स्वास्थ्य और कोलेस्ट्रॉल के लिए बहुत खराब होते हैं। ये खाद्य पदार्थ भी मोटापे का कारण बनते हैं। तला हुआ खाना हर किसी के लिए हानिकारक होता है।
मीठी चीजें
मीठी चीजों में शुगर की मात्रा अधिक होती है और इससे कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा होता है। आपको आइसक्रीम, केक, पेस्ट्री, डोनट्स आदि जैसे खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। यह सभी चीजें दिल के लिए खतरनाक होती हैं।
फास्ट फूड
फास्ट फूड का चलन तेजी से बढ़ा है। इनमें शरीर को नुकसान देने वाले सभी तत्व होते हैं। यही शरीर में तेजी से खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं। इनसे आपको मोटापे, हृदय रोग, डायबिटीज आदि का भी जोखिम होता है।
डेयरी उत्पाद
कुछ डेयरी उत्पाद जिनका आप नियमित रूप से सेवन करते हैं, शरीर में गंदा कोलेस्ट्रॉल बढ़ा सकते हैं। फुल क्रीम दूध, पनीर और मक्खन जैसे डेयरी उत्पादों से बचना या कम सेवन करने में ही भलाई है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
-एजेंसी
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