कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि मिमिक्री सदन के बाहर हुई तो सदन में इस पर रिजॉल्यूशन क्यों लाया जा रहा है.
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “मिमिक्री की घटना सदन के बाहर हुई है तो सदन में इस पर रिजॉल्यूशन लाना या उसकी सदन में निंदा करना कैसे सही है.”
“संसदीय कार्यों के मंत्री ठहरते हैं और इनके पीछे बीजेपी के सासंद ठहरते हैं और इस पर बयान देते हैं. सदन के अंदर चेयरमैन उन्हें ऐसा करने की अनुमति देते हैं. हमें सच्चाई बोलने के लिए इजाज़त नहीं देते.”
“हम किसी का अपमान नहीं करना चाहते और अपमान करना हमारे चरित्र में नहीं है. लेकिन पीएम भी यहीं हैं और गृहमंत्री भी यही हैं लेकिन वो सदन में बयान देने को तैयार नहीं है.”
दरअसल, मिमिक्री विवाद पर राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सदन में कहा है कि जगदीप धनखड़ की कितनी भी बेइज़्ज़ती करो मुझे परवाह नहीं मगर मेरे भारत के उपराष्ट्रपति की, किसान समाज और मेरे वर्ग की… मैं पूरी आहुति दे दूंगा हवन में, मगर मैं ये बर्दाश्त नहीं करूँगा कि मेरे पद की गरिमा मैं सुरक्षित नहीं रख पाया.इस सदन की गरिमा को सुरक्षित रखना मेरा काम है.”
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री करने के आरोपों पर कहा है कि वो लोकसभा के सदस्य हैं और कभी राज्यसभा की कार्रवाई ही नहीं देखी, अगर उपराष्ट्रपति ने खुद पर ले लिया तो वो कुछ नहीं कर सकते.
-एजेंसी