केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी सरकार पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि हेमंत सोरेन ने झारखंड की पूरी सरकार लुटेरों और दलालों के हाथों में दे दी। अपने दो दिवसीय झारखंड दौरे के दूसरे दिन शाह ने चाईबासा के टाटा कॉलेज में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया, “झारखंड में इस समय भ्रष्टाचार चरम पर है। हेमंत सोरेन ने तो राज्य की पूरी सरकार लुटेरों और दलालों के हाथों में सौंप दी है।”
झारखंड में खनन घोटाले समेत विभिन्न मामलों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में मुख्यमंत्री से जुड़े लोगों के खिलाफ मिले भ्रष्टाचार के सबूतों की तरफ इशारा करते हुए अमित शाह ने कहा, “हेमंत भाई आपकी सरकार ने क्या काम किए हैं? भ्रष्टाचार के सिवा कुछ नहीं। वास्तव में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में एक ऐसी सरकार आई, जिसने झारखंड को तबाह करके रख दिया।”
गृह मंत्री ने केंद्र सरकार को आदिवासियों की वास्तविक हितैषी बताया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने आदिवासियों के कल्याण के लिए बजट राशि कांग्रेस की सरकारों के समय की अंतिम बजट राशि 21 हजार करोड़ रुपये से बढ़ाकर 86 हजार करोड़ रुपये कर दी है।
शाह ने कहा, “हेमंत सोरेन की आदिवासियों और गैर-आदिवासियों के बीच भेद पैदा करने की राजनीति सफल नहीं होगी। चाईबासा में तो भूमि बंदोबस्ती 1964 में हुई थी तो क्या सोरेन सरकार 1932 का खतियान लागू करके चाईबासा के लोगों को नौकरी नहीं देगी?”
उन्होंने राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस की महागठबंधन सरकार पर आदिवासियों के हितों से समझौता करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सोरेन सरकार घुसपैठियों से आदिवासी माता-बहनों की रक्षा करने में विफल रही है।
गृह मंत्री ने कहा, “सोरेन सरकार को आदिवासी महिलाओं से शादी कर जमीन हथियाने वाले घुसपैठियों पर लगाम लगानी चाहिए।”
झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए ‘ऑपरेशन ऑक्टोपस’ सहित तीन बड़े अभियानों का जिक्र करते हुए शाह ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने झारखंड में वामपंथी उग्रवाद की कमर तोड़ दी है। आने वाले कुछ ही समय में देश में नक्सलवाद समाप्त हो जाएगा।”
उन्होंने कहा, “हेमंत सोरेन भाई, आपके अच्छे दिन समाप्त हो चुके हैं। जनता 2024 में आपको सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएगी।” रैली के बाद शाह चाईबासा से कोरबा रवाना हो गए, जहां वह शाम को एक अन्य जनसभा को संबोधित करेंगे। उनका छत्तीसगढ़ से रवाना होने से पहले शाम सवा चार बजे कोरबा में माता सर्वमंगला मंदिर में पूजा-अर्चना करने का भी कार्यक्रम है।
Compiled: up18 News