पाकिस्‍तानी सेना और बलूच लिबरेशन आर्मी के बीच 40 घंटे से जोरदार लड़ाई जारी

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माच शहर बलूचिस्‍तान की राजधानी क्‍वेटा के दक्षिण में स्थित शहर है और पहाड़ों से घिरा हुआ है। बलूच विद्रोही रॉकेट और असॉल्‍ट राइफल की मदद से ये हमले कर रहे हैं। उन्‍होंने पूरे शहर पर पिछले 40 घंटे से कब्‍जे का दावा किया है। अपने ताजा बयान में बीएलए ने कहा है कि उन्‍होंने 40 घंटे बाद अभी भी माच शहर पर अपना कब्‍जा बरकरार रखा हुआ है। उन्‍होंने सिब्‍बी में पाकिस्‍तानी सेना के एक काफिले पर भीषण हमला किया है। बीएलए ने कहा कि उसका ऑपरेशन दारा ए बोलान अभी तक सफल रहा है।

बलूचों का वार, भागे पाकिस्‍तानी सैनिक

बीएलए ने कहा कि उसने सेना के 18 वाहनों को बीती रात सिब्‍बी में निशाना बनाया जो माच शहर में घुसने की कोशिश कर रहे थे ताकि वहां फंसे सैनिकों की मदद की जा सके। पाकिस्‍तानी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब दिया गया। इस दौरान रॉकेट, मशीन गन और अन्‍य भारी हथियारों की मदद से पाकिस्‍तानी सैनिकों पर हमला बोला गया। इस हमले में पाकिस्‍तानी सेना के 4 जवान मारे गए हैं और कई घायल हो गए हैं। इसके बाद पाकिस्‍तानी सैनिक माच में घुसे बिना ही वहां से वापस भाग गए। बीएलए ने कहा कि माजिद ब्रिगेड और पाकिस्‍तानी सेना के स्‍थानीय मुख्‍यालय में मौजूद सैनिकों के बीच भीषण लड़ाई चल रही है।

इससे पहले मंगलवार रात को पाकिस्‍तानी सेना के ‘इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशन्स’ की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया था कि 29 और 30 जनवरी की रात को, आत्मघाती हमलावरों सहित कई आतंकवादियों ने बलूचिस्तान में माच और कोलपुर परिसरों पर हमला किया।

विज्ञप्ति के अनुसार, हमलों का कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने प्रभावी ढंग से जवाब दिया। इस दौरान हुई गोलीबारी में नौ आतंकवादी मारे गए और तीन घायल हो गए जिन्हें सुरक्षा बलों ने पकड़ लिया। आतंकवादियों ने उच्च सुरक्षा वाली केंद्रीय माच जेल में घुसने की कोशिश की, जहां कुछ खतरनाक आतंकवादी और ऐसे कैदी हैं जिन्हें मौत की सजा सुनाई गई है।

ईरान पर हमले का जवाब दे रहे बलूच

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने पहले कहा था कि केंद्रीय माच जेल पर कम से कम 15 रॉकेट दागे गए। प्रतिबंधित अलगाववादी समूह ‘बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी’ (बीएलए), मजीद समूह ने हमलों की जिम्मेदारी ली है। हमलों के बाद, सुरक्षा बलों और पहाड़ों में पीछे हटने की कोशिश कर रहे हमलावरों के बीच कई घंटे भारी गोलीबारी हुई।

बलूचिस्तान के कार्यवाहक सूचना मंत्री जान अचकजई ने कहा कि माच में अंतिम निकासी अभियान अभी भी जारी है। अचकजई ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘क्षेत्र में स्थिति काबू में है।’ अचकजई के दावे के विपरीत बीएलए ने अभी भी माच पर कब्‍जे का दावा किया है।

पाकिस्‍तानी सुरक्षा बलों पर सोमवार रात का हमला इस साल आतंकवादियों द्वारा किया गया सबसे घातक हमला है। पिछले साल नवंबर में बंदरगाह शहर ग्वादर में आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में कम से कम 14 सैनिक मारे गए थे। यह ताजा हमला पाकिस्तानी हमलों का स्पष्ट प्रतिशोध था, जिसे देश ने जनवरी की शुरुआत में ईरान में विद्रोहियों के ठिकाने बताया था।

बीएलए ने 18 जनवरी को ईरान में उनके शिविरों पर पाकिस्तान के हमलों के बाद बलूचिस्तान और अन्य जगहों पर सुरक्षा बलों पर हमले शुरू करने की धमकी दी थी। ईरान में बीएलए के शिविरों पर हमलों में कम से कम नौ लोग मारे गए थे। ये हमले पाकिस्तान में ईरानी हमले के जवाब में किए गए थे।

पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत, साथ ही ईरान के पड़ोसी सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में दो दशकों से अधिक समय से बलूच राष्ट्रवादियों का विद्रोह जारी है।

-एजेंसी