अंग्रेज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक सवाल से काफी परेशान हैं। अंग्रेजों की शिकायत है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर बैठक में पहला सवाल यही पूछते हैं कि विजय माल्या और नीरव मोदी कहां हैं। पीएम मोदी ने इस सवाल को लेकर यूके की सरकार पर सख्ती बढ़ा दी है। पीएम मोदी इंडिया-यूके की हर बिजनेस मीटिंग में यह सवाल उठा रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रधानमंत्री ने यूके सरकार से सख्ती से कहा है कि आप एक ही समय में व्यापार भागीदार और भगोड़ों का घर नहीं बन सकते हैं। इस बात का खुलासा हाल ही में सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे ने एक इंटरव्यू में किया है। विजय माल्या और नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लंबित मुद्दे पर ब्रिटेन सरकार को भारतीय पक्ष से भारी दबाव का सामना करना पड़ रहा है।
अंग्रेज हो रहे परेशान
सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे के मुताबिक, पीएम मोदी विजय माल्या और नीरव मोदी के प्रत्यर्पण को लेकर काफी चिंतित हैं। वह हर बैठक में पहला मुद्दा यही उठा रहे हैं। इससे सबसे ज्यादा परेशान अंग्रेज हो रहे हैं। बता दें कि नीरव मोदी ओर विजय माल्या पर आरोप है कि उन्होंने अपनी कंपनियों के जरिए सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से रुपये निकालकर धोखाधड़ी की है। नीरव मोदी पर 14000 करोड़ रुपये के फ्रॉड का केस का दर्ज है। दोनों फिलहाल यूके में हैं। इस मामले में भारत सरकार ने सक्रिय रूप से माल्या और नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की मांग की है ताकि भारत में उनके वित्तीय गलत कामों के लिए मुकदमा चलाया जा सके, दोनों ने ब्रिटेन की अदालतों में प्रत्यर्पण को चुनौती दी है।
जल्द प्रत्यर्पण की तैयारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भगोड़े नीरव मोदी और विजय माल्या के जल्द प्रत्यर्पण की तैयारी है। सरकार फरवरी साल 2018 से नीरव मोदी की तलाश कर रही है। विजय माल्या पर धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है, उसपर 17 भारतीय बैंकों का करीब 9,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया है। माल्या मार्च 2016 में भारत छोड़कर ब्रिटेन चला गया था। इसके बाद से वह वहीं रह रहा है।
Compiled: up18 News