हमास ने कहा, इजराइल पर 7 अक्टूबर जैसा हमला हम बार-बार करेंगे

INTERNATIONAL

इसमें हमास कमांडर ने कहा, हमें इजराइल को सबक सिखाना होगा और हम ऐसा बार-बार करेंगे। अल-अक्सा फ्लड ऑपरेशन सिर्फ शुरुआत है। हम 7 अक्टूबर जैसा हमला दो, तीन और चार बार भी करेंगे। इजराइल का अस्तित्व बेतुका है और हम इसे पूरी फिलिस्तीनी जमीन (वेस्ट बैंक, गोलन हाइट्स) से मिटा देंगे।

हमास बोला, हम इजराइली कब्जे के पीड़ित, हमने जो किया सब सही

हामद ने आगे कहा, इजराइल का अस्तित्व अरब और इस्लामिक देशों की सुरक्षा, सेना और राजनीति के लिए तबाही जैसा है। हमें ये कहने में कोई शर्म नहीं है। इस जंग की कीमत हमें भी चुकानी होगी और हम इसके लिए तैयार हैं। फिलिस्तीन को शहीदों का देश कहा जाता है और हमें शहीदों का बलिदान देने पर गर्व है।

हमास कमांडर ने कहा- हम 75 सालों से इजराइली कब्जे के पीड़ित हैं। इस वजह से हमने जो भी किया उसके लिए हमें आरोपी नहीं बनाया जा सकता। 7 अक्टूबर, 10 अक्टूबर या किसी और तारीख पर जो कुछ हुआ वो सब सही है। हमास का मकसद कभी भी आम नागरिकों को नुकसान पहुंचना नहीं था। लेकिन जमीनी हमले में कई कठिनाइयां थीं।

निक्की हेली बोलीं, हमास के खात्मे तक सीजफायर नहीं हो सकता

हामद के इस इंटरव्यू का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा है। व्हाइट हाउस की नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने भी मिनियापोलिस में हमास के बयान की निंदा की। वहीं अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनने की रेस में शामिल निक्की हेली ने कहा- आतंकी खुद बता रहे हैं कि वो क्या हैं और क्या करना चाहते हैं। इसी वजह से जंग में तब तक सीजफायर नहीं हो सकता जब तक हमास का खात्मा न हो जाए।

ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने X (ट्विटर का नया नाम) पर इसे री-पोस्ट करते हुए कहा- जब हमास इजराइल को मिटाने में लगा हुआ है तो शांति कैसे हो सकती है। हमास के अधिकारी 7 अक्टूबर जैसा हमला दोबारा करने की बात कर रहे हैं।

हमास ने इजराइल पर हमले को अल-अक्सा फ्लड ऑपरेशन नाम दिया

हमास ने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे। अल-अक्सा मस्जिद की देखरेख की जिम्मेदारी जॉर्डन के पास है। इस मस्जिद को मुस्लिमों का तीसरा सबसे पवित्र स्थल माना जाता है, लेकिन यहूदी इसे अपना मंदिर बताते हैं। इसी वजह से मस्जिद को लेकर हमेशा से विवाद रहा है।
इजराइल पर हमले की शुरुआत के वक्त हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है।

वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।

Compiled: up18 News