गुजरात पुलिस ने शुक्रवार को मोरबी पुल ढहने के मामले में चार्जशीट पेश की। चार्जशीट के अनुसार इस हादसे में 135 लोगों की जान गई थी। यह हादसा 30 अक्टूबर 2022 को गुजरात के मोरबी में हुआ था। शारदीय नवरात्र के दौरान मोरबी में मच्छू नदी पर केबल ब्रिज पर्यटकों के लिए खोल दिया गया था। भीड़ बढ़ने से पुल टूट गई थी। जिससे पुल पर सवार सैकड़ों लोग नदी में गिर गए थे।
इस हादसे के पीछे मोरबी पुल की मेंटनेंस करने वाली कंपनी ओरेवा ग्रुप पर जल्दबाजी और बिना पूरी तरीके से चेक किए पुल को आम लोगों के लिए खोल देने का आरोप लगा था। अब इस हादसे में गुजरात पुलिस ने अपनी चार्जशीट पेश की है। यह चार्जशीट 1262 पन्नों की है। जिसमें 10 लोगों को आरोपी बनाया गया है। जिसमें ओरेवा कंपनी के प्रमोटर जयसुख पटेल भी शामिलि है।
9 आरोपी गिरफ्तार, निदेशक अभी भी फरार
मोरबी हादसे पर दाखिल हुई चार्जशीट के बारे में राजकोट रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अशोक यादव ने मीडिया को बताया कि 10 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई है, जिनमें से नौ को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि निदेशक फरार है। अधिकारी ने बताया कि प्रबंधक दीपक पारेख, दिनेश दवे, तीन सुरक्षा गार्ड, दो टिकट क्लर्क और इतने ही निजी संविदा कर्मियों को गिरफ्तार किया गया है और वे न्यायिक हिरासत में हैं।
फिटनेस प्रमाण पत्र लिए बिना ही खोल दिया था पुल
इस हादसे के आरोपी बनाए गए ओरेवा ग्रुप के प्रमोटर जयसुख पटेल ने अग्रिम जमानत याचिका दायर की है। ओरेवा समूह के खिलाफ प्रमुख आरोप यह है कि उचित फिटनेस प्रमाण पत्र के बिना उन्होंने झूला पुल जनता के लिए खोल दिया। नगर पालिका ने कहा: हमने कंपनी को कोई फिटनेस प्रमाणपत्र जारी नहीं किया था, और इसने हमें यह भी सूचित नहीं किया है कि यह लोगों के लिए झूला पुल खोल रहे है।
आईपीसी की इन धाराओं में मामला दर्ज
राजकोट रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अशोक यादव ने मीडिया को बताया मोरबी हादसे की चार्जशीट में आरोपी बनाए गए 10 लोगों पर आईपीसी की दारा 308, 304 और 336, 338 और 114 के तहत मामला दर्ज किया गया है। मालूम हो कि मोरबी में मच्छू नदी पर बना यह केबल ब्रिज अंग्रेजों के जमाने का था। हादसे से पहले इसकी कमजोर हालत को देखते हुए मेंटनेंस के लिए इसे बंद किया गया था। ओरेवा कंपनी ने इसकी मेंटनेंस की और बिना फिटनेस सर्टिफिटेक लिए ही इसे आम लोगों के लिए खोल दिया था।
Compiled: up18 News