आगरा। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा कॉपियों के साथ लापरवाही बरतने का बड़ा मामला सामने आया है। विश्वविद्यालय की परीक्षा होने के बाद जिन परीक्षा कॉपियों को एक प्रक्रिया के तहत नष्ट किया जाता है और नष्ट करने से पहले जिन कॉपियों को गोपनीय तरीके से रखना होता है, उन्हीं कॉपियों के बंडल खुले कूड़े के ढ़ेर में पड़े हुए मिले जिसका फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। हालांकि फोटो वायरल होने के बाद कर्मचारियों द्वारा बंडलों को कुछ थैलों में रखवा दिया गया लेकिन फिर भी ये थैले खुले में ही पड़े हुए हैं।
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के खंदारी स्थित गृह विज्ञान कैंपस में करीब 2014 परीक्षा वर्ष की कॉपियां कूड़े में पड़ी हुई थी। कॉपियो के बड़े-बड़े बंडल गंदगी के बीच फैले हुए थे लेकिन इन्हें देखने वाला कोई भी नहीं था। जबकि परीक्षा होने के बाद कोपियों को गोपनीय तरीके से और सावधानी से संभाल कर रखा जाता है जब तक कि यह कॉपियां नष्ट ना कर दी जाए।
जानकारी के अनुसार डॉक्टर भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में परीक्षा होने के कुछ सालों बाद उस वर्ष की परीक्षा कॉपियां नष्ट की जाती है। जिसके लिए एक समिति बनाई जाती है और पूरी प्रक्रिया के तहत इन कॉपियों को नष्ट किया जाता है। हालांकि जिन कॉपियों पर कोई विवाद या कोई जांच चल रही हो उन्हें नष्ट नहीं किया जाता।
खंदारी स्थित गृह विज्ञान कैंपस में परीक्षा कॉपियो के बंडल कूड़े में पड़े होने का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। बताया जा रहा है कि यह फोटो 10 – 12 दिन पहले का है लेकिन अभी भी कॉपियो के बंडल को थैले में रखकर उन थैलों को खुले में ही छोड़ दिया गया है जबकि कॉपियों को गोपनीय तरीके से रखा जाना चाहिए।
इस मामले में आगरा विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ ओमप्रकाश सिंह का कहना है कि कुछ विवादित कॉपियां जिनकी जांच चल रही थी उन कंपनियों को नष्ट नहीं किया गया था। वही कॉपियां परिसर में रखी हुई होंगी। उन्हें जल्द ही उठाकर नष्ट किया जाएगा।
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.