खतरनाक मैलवेयर को लेकर सरकार ने एंड्रॉइड यूजर्स के लिए जारी की चेतावनी

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बेहद खतरनाक है ये मैलवेयर

भारत सरकार की मानें, तो मौजूदा वक्त में एक लेटेस्ट वर्जन वाला यह मैलवेयर एक्टिव है, जो बाकी मैलवेयर के मुकाबले ज्यादा होशियर है। मतलब यह ऐप खुद को फेक ऐप की तरह कन्वर्ट कर लेता है। साधारण शब्दों में कहें, तो मैलवेयर खुद को फेक ऐप्स जैसे Chrome, Amazon के लोगो में बदल देता है। सरकार की तरह से यूजर्स को आगाह किया गया है कि आखिर उन्हें इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए क्या करना चाहिए क्या नहीं?

ऐप डाउनलोड करते वक्त बरतें सावधानी

आपको किसी भी ऐप्स को डाउनलोड करते वक्त कुछ सावधानी बरतनी चाहिए। ऐप की रेटिंग और रिव्यू पर ध्यान देना चाहिए। ऐप को गूगल के ऑफिशियल स्टोर से डाउनलोड करना चाहिए। इससे खतरनाक ऐप्स के डाउनलोडिंग का खतरा 90 फीसद तक कम हो जाता है।

हमेशा फोन रखें अपडेट

एंड्राइ़ड यूजर्स को अपना फोन हमेशा अपडेट रखना चाहिए। स्मार्टफोन कंपनियां समय-समय पर अपडेट जारी करती रहती हैं।

संवेदनशील नंबर को चेक करें

एंड्रॉइड यूजर्स को हमेशा संवेदनशील नंबर की चेक करना चाहिए। कुछ ऐसे नंबर्स ऐसे होते हैं, जो दिखने में रियर लगते हैं। साथ ही स्कैमर ईमेल और फोन से फ्रॉड करते हैं, जिस पर ध्यान देना चाहिए।

बैंक एसएमएस को चेक करें

बैंक की तरफ से आने वाले मैसेज को ध्यान से चेक करना चाहिए, क्योंकि बैंक मैसेज से फ्रॉड की घटनाएं बढ़ रही हैं। किसी को भी अपना ओटीटी या फिर लॉगिन आईडी नहीं साझा करना चाहिए। साथ ही मैसेज पर आए किसी भी लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए।

ईमेल URL पर दें ध्यान

किसी भी URL पर क्लिक करने से पहले ध्यान दें। चाहे वह मैसेज ईमेल पर ही क्यों ना आया हो। हमेशा उन URL पर क्लिक करें जो वेबसाइट डोमेन को साफ तौर से डिस्पले करती हैं।

यूआरएल पर हमेशा दें ध्यान

किसी भी वेबसाइट के यूआरएल शार्टनर bit.ly, tinyurl पर ध्यान देना चाहिए। सरकार की सलाह है कि यूजर्स को छोटे दिखने वाले यूआर पर कर्सर लेकर जाकर उसके वेबसाइट डोमेन को चेक करना चाहिए।

चेक एन्क्रिप्टेड सर्टिफिकेट

हमेशा चेक करें कि क्या एन्क्रिप्टेड सर्टिफिकेट वैलिड है। ऐसा ब्राउजर के एड्रेस बार में ग्रीन लॉक से चेक किया जा सकता है। यूजर्स को हमेशा कोई संवेदनशील जानकारी जैसे पर्सनल अकाउंट लॉगिन करते वक्त हमेशा ऐसा करना चाहिए।

बैंक की एक्टिविटी को करें चेक

बैंकिंग कस्टमर्स को हमेशा सलाह दी जाती है कि उन्हें किसी भी यूजर को हर एक संवेदनशील एक्टिविटी पर नजर रखनी चाहिए और अगर कुछ गलत महसूस होता है, तो उसे पर तुरंत एक्शन लेना चाहिए।

-एजेंसी